Edited By Anil dev,Updated: 23 Jul, 2019 03:47 PM
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित का शनिवार को निधन हो गया। वह 81 साल की थीं। दीक्षित पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं और उन्हें शुक्रवार की सुबह सीने में जकडऩ की शिकायत के बाद फोर्टिस-एस्कॉट्र्स अस्पताल...
नई दिल्ली: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित का शनिवार को निधन हो गया। वह 81 साल की थीं। दीक्षित पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं और उन्हें शुक्रवार की सुबह सीने में जकडऩ की शिकायत के बाद फोर्टिस-एस्कॉट्र्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां दोपहर बाद तीन बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। शीला दीक्षित की आखिरी इच्छा दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना उनका सपना था।
शीला दीक्षित ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदूषण मुक्त दिल्ली के लिए सार्वजनिक वाहनों को पेट्रोल और डीजल मुक्त किया और सीएनजी लेकर आईं। शीला दीक्षित को प्रदूषण की कितनी चिंता थी, इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि उनकी यह भी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार भी सीएनजी शवदाह गृह में ही किया जाए। शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने उनकी अंतिम इच्छा के अनुरूप उनका अंतिम संस्कार सीएनजी शवदाह गृह में कराया गया। शीला दीक्षित ने सार्वजनिक परिवहन में सीएनजी लाने का काफी विरोध झेला, लेकिन वो अड़ी रहीं। आज आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनका ये फैसला जनता के लिए कितना फायदेमंद है।
गौरतलब है कि शीला दीक्षित सबसे ज्यादा तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। 1998 से 2013 तक उन्होंने दिल्ली का शासन संभाला। उन्हें दिल्ली को आधुनिक बनाने का श्रेय दिया जाता है। बीते दिनों उन्हें दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था।