Edited By Anil dev,Updated: 21 Nov, 2019 11:23 AM
किसी सड़क हादसे के बाद आपने मौके पर भीड़ भी देखी होगी और मददगार भी, शायद आपने खुद भी घायलों की मदद की हो लेकिन राजधानी में एक सड़क हादसे के बाद जो कुछ हुआ उसे देखकर मानवता शर्मसार हो उठी। सड़क हादसे के बाद डीटीसी का सफाई कर्मचारी करीब आधे घंटे तक...
नई दिल्ली: किसी सड़क हादसे के बाद आपने मौके पर भीड़ भी देखी होगी और मददगार भी, शायद आपने खुद भी घायलों की मदद की हो लेकिन राजधानी में एक सड़क हादसे के बाद जो कुछ हुआ उसे देखकर मानवता शर्मसार हो उठी। सड़क हादसे के बाद डीटीसी का सफाई कर्मचारी करीब आधे घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई भी शख्स आगे नहीं आया। कुछ ने वीडियो भी बनाई लेकिन किसी ने उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद नहीं की।
डॉक्टरों ने कर दिया शख्स को मृत घोषित
आखिर में आउटर रिंग रोड पर पेट्रोलिंग कर रही पीसीआर वैन की खून से लथपथ पड़े शख्स पर नजर पड़ी। पीसीआर टीम ने उसे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान सूरज भान (45) के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो घायल सूरज को अगर सही समय पर इलाज मिल जाता तो शायद उसकी जान बच जाती। वहीं, दरिया गंज थाना पुलिस हिट एंड रन का केस दर्ज करके घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपी वाहन चालक का पता लगाया जा सके।
पीसीआर के पुलिसकर्मियों ने घायल को पहुंचाया अस्पताल
दरअसल, सूरज भान सपरिवार बेला गांव राजघाट स्थित रहते थे। परिवार में पत्नी, तीन बेटियां और एक लड़का है, जबकि वह डीसीपी में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत हैं। मंगलवार रात करीब 10:00 बजे आउटर रिंग रोड स्थित बस डिपो से काम खत्म करने के बाद घर जाने के लिए निकले,जबकि पैदल सड़क पार करते समय वह एक अज्ञात वाहन की चपेट में आ गए। मदद करने के बजाय आरोपी चालक वहां से भाग गया। वहां से गुजरने वाले अधिकांश लोग कुछ देर रुके जरूर, लेकिन किसी ने भी घायल की मदद नहीं की। घायल को अस्पताल पहुंचाने की जगह लोग वीडियो बनाकर चलते बने। उधर, सेंट्रल जोन पीसीआर में तैनात एएसआई भीम सिंह करीब 11:00 बजे अन्य पुलिसकर्मियों के साथ पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस बीच रोड किनारे एक शख्स खून से लथपथ हालत में तड़पता हुआ दिखाई दिया। पीसीआर के पुलिसकर्मियों ने घायल शख्स को तुरंत गाड़ी में लिटाया और एलएनजेपी अस्पताल ले गए,जहां उसकी कुछ देर बाद मौत हो गई। परिजनों की मानें तो सूरज करीब आधे घंटे तक सड़क किनारे खून से लथपथ पड़े रहे।