Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jul, 2020 08:46 AM
राष्ट्रीय राजधानी में छोटे एवं किफायदी दरों पर सेवा देने वाले 3000 होटल और रेस्त्रों के संगठन ने पिछले दिनों चीनी नागरिकों को ठहरने के लिए कमरा नहीं देने का निर्णय किया था वहीं अब टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन ने भी चीनी नागरिकों को बैन कर दिया है। चीनी...
नेशनल डेस्कः राष्ट्रीय राजधानी में छोटे एवं किफायदी दरों पर सेवा देने वाले 3000 होटल और रेस्त्रों के संगठन ने पिछले दिनों चीनी नागरिकों को ठहरने के लिए कमरा नहीं देने का निर्णय किया था वहीं अब टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन ने भी चीनी नागरिकों को बैन कर दिया है। चीनी नागरिकों को दिल्ली में अब टैक्सी सेवाएं नहीं मिलेंगी। दिल्ली की टूर एंड टैक्सी ट्रैवल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कमल छिब्बर ने मंगलवार को कहा कि हमने यह तय किया है कि हम अपनी टैक्सी में चीनी नागरिकों को नहीं बिठाएंगे।
कमल ने बताया कि एसोसिएशन से दिल्ली के 500 से ज्यादा टैक्सी संचालकों और टूर एंड ट्रैवल्स ओनर जुड़े हुए हैं, ऐसे में सभी ने एकमत होकर यह फैसला किया है कि चीनी नागरिकों को अपनी सेवाएं नहीं देंगे। कमल छिब्बर ने अपने दफ्तर और गाड़ियों पर चीनी नागरिकों के बैन का नोटिस भी लगा दिया है।
वहीं सुशांत टूर एंड ट्रैवल्स के नाम से एजेंसी चलाने वाले विजय तिवारी ने कहा कि हमने यह तय किया है कि हमारी एजेंसी के जरिए किसी भी टूरिस्ट पैकेज में चीनी नागरिकों को एंट्री नहीं दी जाएगी और हम भी होटल एसोसिएशन के फैसले का समर्थन करते हैं।
बता दें कि लद्दाख में चल रहे विवाद को लेकर गलवान घाटी में भारतीय जवानों की शहादत के को लेकर देशभर में गु्स्सा है। जहां लोग चीनी सामान को बैन करने की मांग कर रहे हैं वहीं दिल्ली के तमाम होटल एसोसिएशन ने चीनी नागरिकों का पूरी तरह से बॉयकॉट करने का फैसला किया था। सरकार ने भी सोमवार को इस पूरे विवाद के बीच बड़ा कदम उठाते हुए टिकटॉक समेत 59 चाइनीज मोबाइल ऐप बैन कर दिए हैं।