Edited By vasudha,Updated: 05 Mar, 2019 11:37 AM
दिल्ली-एनसीआर की हवा दिन पर दिन और जहरीली होती जा रही है। यहां के लोग प्रदूषण संकट से जूझ रहे हैं। वायु प्रदूषण के मामले में दिल्ली विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी रिकॉर्ड की गई है...
नेशनल डेस्क: दिल्ली-एनसीआर की हवा दिन पर दिन और जहरीली होती जा रही है। यहां के लोग प्रदूषण संकट से जूझ रहे हैं। वायु प्रदूषण के मामले में दिल्ली विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी रिकॉर्ड की गई है। पर्यावरण क्षेत्र के गैर सरकारी संगठन ग्रीनपीस इंडिया की तरफ से हाल में किए गए एक अध्ययन में राष्ट्रीय राजधानी को दुनिया के 62 प्रदूषित शहरों में पहला स्थान दिया गया है।
गुरुग्राम सबसे प्रदूषित शहर
रिपार्ट के अनुसार लिस्ट में तीन राजधानी शामिल की गई। जिसमें से सबसे ऊपर भारत की राजधानी दिल्ली, दूसरे नंबर पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका और तीसरे नंबर पर अफगानिस्तान की राजधानी काबूल है। टॉप छह सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों के लिस्ट में पहले नंबर पर गुरुग्राम, दूसरे पर गाजियावाद, और तीसरे नंबर पर पाकिस्तानी शहर फैसलाबाद है, चौथे पर फरीदाबाद, पांचवे पर भिवाड़ी (राजस्थान) और छठे पर नोएडा है।
किस तरह बनती है रिपोर्ट
एनजीओ की यह रिपोर्ट दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों के ऑनलाइन इंटरएक्टिव डिस्प्ले के साथ 2018 में कई क्षेत्रों और उप-क्षेत्रों में वायु-गुणवत्ता और काम करने की जरूरत को लेकर आंकी गई है। एनजीओ के अनुसार रिपोर्ट 2018 में एअरविजुअल प्लेटफार्म के जरिए जमा किए गए पीएम 2.5 डाटा की वायु गुणवत्ता को मापती है। इस रिपोर्ट में प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान का भी अनुमान लगाया गया है।
प्रदूषण से भारत को हो रहा करोड़ों का नुकसान
वहीं दूसरी ओर, उत्तर भारत में पराली जलाने के कारण पैदा होने वाले वायु प्रदूषण से श्वसन संक्रमण का खतरा का काफी अधिक बढ़ रहा है और साथ ही इससे सालाना 30 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। अमरीका के इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं सहयोगी संस्थानों के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण के कारण उत्तर भारत के विभिन्न जिलों में रहने वालों में एक्यूट रेसपिरेटरी इन्फेक्शन (एआरआई) का खतरा बहुत अधिक होता है। इस अध्ययन में कहा गया है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों में इस संक्रमण का खतरा सर्वाधिक होता है।