Edited By Monika Jamwal,Updated: 08 Sep, 2020 05:39 PM
जम्मू कश्मीर में पंजाबी को अधिकारिक भाषा में शामिल करने की मांग को लेकर सिक्ख समुदाय का संघर्ष जारी है। जम्मू कश्मीर सिक्ख काउंसिल के बैनर तले हटली मोड़ में समुदाय के लोगों ने धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की।
कठुआ : जम्मू कश्मीर में पंजाबी को अधिकारिक भाषा में शामिल करने की मांग को लेकर सिक्ख समुदाय का संघर्ष जारी है। जम्मू कश्मीर सिक्ख काउंसिल के बैनर तले हटली मोड़ में समुदाय के लोगों ने धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की। धरने में पैंथर्स पार्टी के जिला अध्यक्ष राबिन शर्मा, बहुजन समाज पार्टी के सोमराज मजोत्रा के अलावा अन्य कई संगठनों के सदस्यों ने भी भाग लेकर इस जायज मांग को लेकर जारी संघर्ष में समर्थन देने की घोषणा की। वक्ताओं ने कहा कि सिक्ख समुदाय लगातार प्रदेश में मांग कर रहा है कि पंजाबी को अधिकारिक भाषा में शामिल किया जाए।
हालांकि पांच अन्य भाषाओं को सरकार ने शामिल किया है जिसका वे स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मांग भी जायज है ऐसे में सरकार को पंजाबी भाषा को अधिकारिक भाषा में शामिल कर सिक्ख समुदाय के साथ इंसाफ करना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग को पूरा न किया गया तो वह आंदोलन को और तेज करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।