Edited By Yaspal,Updated: 26 Jan, 2021 07:38 PM
26 जनवरी 1950 के दिन भारत को अपना संविधान मिला और 26 जनवरी 2021 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऐसा बवाल हुआ, जिससे देशवासियों का सिर शर्म से झुक गया। इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ी, मेट्रो स्टेशनों को बंद करना पड़ा। दरअसल, दिल्ली में किसानों ने...
नेशनल डेस्कः 26 जनवरी 1950 के दिन भारत को अपना संविधान मिला और 26 जनवरी 2021 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऐसा बवाल हुआ, जिससे देशवासियों का सिर शर्म से झुक गया। इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ी, मेट्रो स्टेशनों को बंद करना पड़ा। दरअसल, दिल्ली में किसानों ने ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया, लेकिन कुछ उपद्रवी तय रूट से आगे निकल आए और आईटीओ रोड पर जमकर हुडदंग किया। जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उपद्रवियों ने दिल्ली पुलिस पर पत्थर बरसाए और ट्रैक्टर से रौंदने की कोशिश की। उपद्रवी यहीं नहीं रुके और आईटीओ, दरियागंज होते हुए लालकिले में प्रवेश कर गए। लालकिले पर जहां प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं, वहां उपद्रवियों ने अपने झंडे फहराए।
उपद्रवियों की अराजकता के बाद सोशल मीडिया पर देश के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और कुछ किसान नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। सोशल मीडिया पर लोगों ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव और एक अन्य किसान संगठन के नेता दर्शनपाल सिंह को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है। इसमें सोशल मीडिया पर राकेश टिकैत का वो बयान भी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसानों को दिल्ली में आने से कौन रोकेगा और जो रोकेगा उसके बक्कल से उतार देंगे। टिकैत का यह बयान उनके लिए मुसीबत बन सकता है।
सिद्धार्थ नाम के यूजर लिखते हैं, “किसान संघ के तथाकथित नेताओं को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और दिल्ली में हुए नुकसान की पूर्ति के लिए उनकी संपत्ति नहीं होनी चाहिए।
एक नील नाम के यूजर ने योगेंद्र यादव की अपील के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “जल्द से जल्द इस नक्सली को गिरफ्तार करो।
बॉलीवुड अभिनेता सुहेल सेठ ने लिखा, “उन किसान नेताओं को गिरफ्तार करो, जो अराजक हो गए हैं। कहां हैं योगेंद्र यादव?
मोनिका अरोरा लिखती हैं, “क्या यह संयोग है... जेनयू हिंसा, योगेंद्र यादव मौजूद। शाहीन बाग, योगेंद्र यादव उपस्थित। किसान हिंसा, योगेंद्र यादव मौजूद।