Edited By Seema Sharma,Updated: 31 Oct, 2019 03:23 PM
डेंगू के कहर से 15 दिनों के अंदर एक पूरा परिवार खत्म हो गया। अब इस परिवार में सिर्फ एक नवजात बच्चा बचा है। डेंगू की वजह से बच्चे की मां, पिता, बहन और परदादा सभी की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना के मंचेयिरयल जिले में रहने वाले परिवार में...
तेलंगानाः डेंगू के कहर से 15 दिनों के अंदर एक पूरा परिवार खत्म हो गया। अब इस परिवार में सिर्फ एक नवजात बच्चा बचा है। डेंगू की वजह से बच्चे की मां, पिता, बहन और परदादा सभी की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना के मंचेयिरयल जिले में रहने वाले परिवार में अब सिवाए एक बच्चे के कोई नहीं बचा है। बुधवार को इस परिवार की 28 साल की महिला सोनी ने बच्चे को जन्म देने के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस परिवार में सबसे पहले सोनी के पति जी. राजगट्टू (30) को डेंगू हुआ था।
राजगट्टू एक शिक्षक थे, जैसे ही उनको डेंगू का पता चला तो परिवार करीमनगर में शिफ्ट हो गया। प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान 16 अक्तूबर को राजगट्टू की मौत हो गई। इसके बाद राजगट्टू के 70 वर्षीय दादा लिंगाय को भी डेंगू हो गया और 20 अक्तूबर को उनकी मौत हो गई। परिवार अभी इन दो मौतों से उभर नहीं पाय था कि राजगट्टू की 6 साल की बेटी श्रीवर्षिनी को भी डेंगू हो गया और इलाज के दौरान दिवाली वाले दिन 27 अक्तूबर को उसकी भी मौत हो गई। राजगट्टू की पत्नी सोनी गर्भवती थी।
परिवार में ऐसे एक के बाद एक मौतों को लेकर वह सदमे में थी कि इस वायरल बीमारी ने उसे भी जकड़ लिया। सोनी को हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। मंगलवार को सोनी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद बुधवार 30 अक्तूबर को अस्पताल में महिला की भी मौत हो गई। 15 दिनों में पूरे परिवार के इस तरह खत्म हो जाने से जहां लोग दहशत में है वहीं इस घटना ने राज्य सरकार को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। तेलंगाना हाईकोर्ट पहले ही राज्य में डेंगू के खतरे को लेकर सरकार को चेता चुकी थी।