Edited By Pardeep,Updated: 06 Jun, 2018 05:31 AM
रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद भारत ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि रक्षा क्षेत्र में समय की कसौटी पर खरा उतरा भारत-रूसी सहयोग जारी रहेगा और वायुसेना के लिए एस-400 ट्रायंफ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली सौदा आगे बढ़ेगा। भारत की रूस से अपनी वायु सेना के...
नई दिल्ली: रूस पर अमरीकी प्रतिबंधों के बावजूद भारत ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि रक्षा क्षेत्र में समय की कसौटी पर खरा उतरा भारत-रूसी सहयोग जारी रहेगा और वायुसेना के लिए एस-400 ट्रायंफ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली सौदा आगे बढ़ेगा।
भारत की रूस से अपनी वायु सेना के लिए एस -400 ट्रायंफ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली खरीदने की योजना है। सूत्रों के अनुसार भारत चाहता है कि रूस के साथ उसके रक्षा क्षेत्र के रिश्तों को अमेरिका के कड़े सीएएटीएसए कानून से छूट मिले। भारत अगले महीने वाशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठा सकता है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ अमरीका के साथ हमारे सारे संवाद में, हमने स्पष्ट रूप से बताया है कि भारत व रूस का रक्षा सहयोग लंबे समय से कैसा रहा है और यह समय की कसौटी पर खरे उतरा पुराना रिश्ता हैं। हमने कहा है कि सीएएटीएसए का असर भारत - रूस रक्षा सहयोग पर नहीं पड़ सकता है।’ उन्होंने कहा कि रूस से भारत काफी मात्रा में रक्षा आस्तियां खरीदता है और दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा।