Edited By rajesh kumar,Updated: 25 Mar, 2020 11:37 AM
कोराना वायरस के लगातार बढ रहे खौफ के चलते वैष्णो देवी यात्रा 7 दिनों से पूरी तरह से बंद है। ऐसे में बुधवार से शुरू होने जा रहे चैत्रीय नवरात्रों के दौरान माता रानी के दशर्नो के इच्छुक श्रद्धालुओं को अपने-अपने घरों में बैठ कर ही नमन करना होगा।
कटडा(अमित): कोराना वायरस के लगातार बढ रहे खौफ के चलते वैष्णो देवी यात्रा 7 दिनों से पूरी तरह से बंद है। ऐसे में बुधवार से शुरू होने जा रहे चैत्रीय नवरात्रों के दौरान माता रानी के दशर्नो के इच्छुक श्रद्धालुओं को अपने-अपने घरों में बैठ कर ही नमन करना होगा। सुबह शाम होने वाली अटका आरती के बाद माता रानी की प्राकृतिक पिंडियों का प्रसारण दो मिनट के लिए होगा।
सीईओ श्राइनबोर्ड रमेश कुमार ने कहा नवरात्रों के दौरान वैष्णो देवी भवन पर सुबह शाम होने वाली आरती सहित शंतचंडी महायज्ञ का भी आयोजन हर वर्ष की तरह किया जाएगा। जिसका प्रसारण श्रद्धालु अपने अपने घरों में बैठ कर टीवी व श्राइनबोर्ड की वेबसाइट पर देख सकेंगे।
सीईओ रमेश कुमार ने बताया की इस बार कोरोना वायरस के चलते नवरात्रों के दौरान सिर्फ अटका स्थल सहित अन्य प्रमुख स्थलों को ही फूलों से सजाया गया है। वहीं भवन के अन्य क्षेत्रों में पिछली बार की तरह सजावट नही की जा रही है, पर भवन क्षेत्र में लगाई गई रंग बिरंगी लाइटें क्षेत्र की शोभा को काफी बढ़ा रहीं हैं।
बताते चले की हर बार चैत्रीय नवरात्रों के दौरान वैष्णो देवी भवन पर नमन करने वाले श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। वहीं बोर्ड प्रशासन द्वारा समूचे वैष्णो देवी भवन पर सजावट की जाती है। इस सजावट हेतू देशी व विदेशी फूलों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इस बार कोरोना वायरस के बढ रहे खौफ के चलते देशी फूलों को ही अधिक प्राथमिकता दी जा रही है।
हर वर्ष करीब 2.5 लाख श्रद्धालु नवाते है शीश
चैत्रीय नवरात्रों के दौरान हर वर्ष करीब 2.5 लाख श्रद्धालुओं द्वारा वैष्णो देवी भवन पर नमन किया जाता था, पर यह पहली बार है कि नवरात्रों के दौरान कोई भी श्रद्धालु वैष्णो देवी भवन पर नमन के लिए नहीं पहुंचेगा। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि देशभर में कोरोना वायरस का खौफ है, जिसके तहत वैष्णो देवी यात्रा को भी प्रशासन द्वारा बंद किया गया है। हालांकि वैष्णो देवी यात्रा बंद होने के दौरान भी भवन पर विद्वानों द्वारा पूजा- अर्चना की जा रही है।