Edited By Shubham Anand,Updated: 09 Dec, 2025 03:13 PM

DGCA ने देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को निर्देश दिया है कि वह अपनी रोजाना उड़ानों में 5 प्रतिशत कटौती करे। फिलहाल एयरलाइन प्रतिदिन 2,200 से 2,300 फ्लाइट्स संचालित करती है। DGCA ने एयरलाइन के विंटर शेड्यूल और ऑपरेशन का विश्लेषण करने के बाद यह कदम...
नेशनल डेस्क : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के खिलाफ डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन (DGCA) ने बड़ी कार्रवाई की है। एविएशन रेगुलेटर ने आदेश दिया है कि इंडिगो को अपनी रोजाना उड़ानों में 5 प्रतिशत की कटौती करनी होगी। वर्तमान में इंडिगो प्रतिदिन लगभग 2,200 से 2,300 फ्लाइट्स संचालित करती है, जिससे अब रोजाना करीब 110 से 115 उड़ानों में कमी आएगी। DGCA ने यह आदेश 1 दिसंबर 2025 से लागू करने की बात कही है।
DGCA का आदेश और एयरलाइन पर प्रभाव
DGCA ने मंगलवार (9 दिसंबर) को एक औपचारिक आदेश जारी किया। इसमें कहा गया कि सभी सेक्टरों में उड़ानों में कटौती की गई है, विशेषकर उच्च मांग वाले मार्गों पर। आदेश में एयरलाइन को निर्देश दिया गया कि वह 10 दिसंबर की शाम 5 बजे तक संशोधित शेड्यूल DGCA को पेश करे। इसके पहले, नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने सोमवार को कहा था कि सरकार विंटर शेड्यूल के तहत इंडिगो द्वारा संचालित रूट्स को कम करने जा रही है। वित्त वर्ष 2025-26 के शीतकालीन कार्यक्रम में एयरलाइन प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही थी।
DGCA की समीक्षा और आदेश का कारण
सूत्रों के अनुसार, DGCA ने एयरलाइन के अप्रूव्ड विंटर शेड्यूल 2025 की समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि एयरलाइन की मंज़ूर की गई क्षमता और असल ऑपरेशन में काफी अंतर है। DGCA ने बताया कि विंटर शेड्यूल के तहत इंडिगो को नवंबर 2025 के लिए कुल 64,346 फ्लाइट्स और 15,014 साप्ताहिक डिपार्चर की मंजूरी दी गई थी।
हालांकि, एयरलाइन ने उस महीने केवल 59,438 फ्लाइट्स ऑपरेट कीं, जिसमें 951 कैंसलेशन रिकॉर्ड किए गए। DGCA ने यह भी बताया कि समर शेड्यूल 2025 के मुकाबले विंटर 2025 में एयरलाइन को शेड्यूल में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी मिली थी, लेकिन इंडिगो ने उतने एयरक्राफ्ट नहीं उड़ाए जितने उसने रिपोर्ट किए थे।
नोटिस में कहा गया कि अक्टूबर 2025 में इंडिगो केवल 339 एयरक्राफ्ट और नवंबर 2025 में 344 एयरक्राफ्ट ऑपरेट कर पाई, जबकि मंज़ूरी 403 एयरक्राफ्ट की दी गई थी। DGCA ने कहा कि एयरलाइन ने विंटर शेड्यूल 24 (WS 24) और समर शेड्यूल 25 (SS 25) के अनुसार डिपार्चर बढ़ाया, लेकिन इन शेड्यूल्स को कुशलता से संचालित करने की क्षमता नहीं दिखाई।
उड़ानों में कटौती और ऑपरेशनल संकट
DGCA ने इंडिगो को निर्देश दिया कि सभी सेक्टरों में शेड्यूल को 5 प्रतिशत कम किया जाए और किसी भी सेक्टर में सिंगल-फ्लाइट ऑपरेशन से बचा जाए। यह आदेश एयरलाइन के बढ़ते ऑपरेशनल संकट के बीच आया है। PTI के अनुसार, इंडिगो ने अकेले मंगलवार को बेंगलुरु और हैदराबाद से लगभग 180 फ्लाइट्स कैंसिल कीं। हैदराबाद एयरपोर्ट पर 58 और बेंगलुरु में 121 फ्लाइट्स रद्द हुईं।
इससे लगातार आठवें दिन गंभीर रुकावटें देखने को मिलीं।सरकार इस संकट के कारण इंडिगो के कुछ रूट्स को अन्य घरेलू एयरलाइंस को बांटने पर भी विचार कर रही है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार इंडिगो के विंटर स्लॉट निश्चित रूप से कम करेगी।
PTI के एयरपोर्ट डेटा के अनुसार, इंडिगो, जो 90 से अधिक घरेलू और 40 अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन पर रोजाना 2,200 से अधिक फ्लाइट्स ऑपरेट करती है, ने सोमवार को छह प्रमुख एयरपोर्ट से 560 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल कर दी थीं।यह आदेश इंडिगो के ऑपरेशनल संकट को उजागर करता है और एयरलाइन के विंटर शेड्यूल में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।