Edited By Yaspal,Updated: 30 Sep, 2019 07:40 PM
विमानन क्षेत्र नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइस जेट के दो पायलटों के उड़ान भरने पर चार महीने की रोक लगा दी है। जून में हैदराबाद-जयपुर के लिए उड़ान भरते (टेक ऑफ) समय पायलट और चालक दल की कोताही...
नई दिल्लीः विमानन क्षेत्र नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइस जेट के दो पायलटों के उड़ान भरने पर चार महीने की रोक लगा दी है। जून में हैदराबाद-जयपुर के लिए उड़ान भरते (टेक ऑफ) समय पायलट और चालक दल की कोताही से विमान के भीतर हवा का दबाव सही नहीं रह सका, इसलिए उन पर यह रोक लगायी गयी है।
नियामक के अनुसार चालक दल (क्रू) की लापरवाही से विमान और यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डाला गया। इस लापरवाही से 14 जून 2019 को स्पाइस जेट के बोइंग-737 800 विमान में हवा का दबाव कम हो गया। वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जांच में पाया गया कि विमान को उड़ान भरने से पहले विमान को तैयार करते वक्त चालक दल ‘ब्लीड स्विच' को चालू करना भूल गया। इसके चलते टेक ऑफ के समय विमान के भीतर दबाव कम हो गया। आमतौर पर ब्लीड स्विच का इस्तेमाल विमान के भीतर हवा का दबाव सही बनाए रखने के लिए किया जाता है।
विमान के मुख्य पायलट कैप्टन सुनील मेहता और उनके सह-पायलट कैप्टन विक्रम सिंह पर घटना की तिथि से चार महीने के लिए उड़ान भरने पर रोक लगायी गयी है। नियामक के 27 सितंबर के आदेश के अनुसार जांच में पाया गया कि उड़ान भरने से पहले की आखिरी जांच के बाद सिंह ने कहा कि ब्लीड स्विच चालू है लेकिन वह बंद ही रहा। इस पर स्पाइस जेट से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।