Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 02:36 PM
राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा न हो पाने पर एक दिव्यांग शख्स को कथित तौर पर अपशब्दों का सामना करना पड़ा। पूर्वोत्तर भारत के राज्य असम के शहर गुवाहाटी में दिव्यांग अरमान अली ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के खत्म होते ही दो लोगों...
गुवाहाटी: राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा न हो पाने पर एक दिव्यांग शख्स को कथित तौर पर अपशब्दों का सामना करना पड़ा। पूर्वोत्तर भारत के राज्य असम के शहर गुवाहाटी में दिव्यांग अरमान अली ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के खत्म होते ही दो लोगों ने उन्हें गालियां दी और उनमें से एक ने कहा, “देखो सामने पाकिस्तानी बैठा है।” अरमान शिशु सरोथी नाम के एक संगठन में एक्जक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर हैं, ये संगठन दिव्यांगों के अधिकारों के लिए काम करता है।
अरमान ने बताया कि जब उसने पीछे मुड़कर देखा तो गाली देने वालों के चेहरे पर बेहद संतुष्टि के भाव थे। उन्हें कोई मलाल नहीं था। किसी के लिए भी पाकिस्तानी शब्द इस्तेमाल कर देना आसान है, जबकि आप जानते भी नहीं कि वो ‘पाकिस्तानी’ अपने पैरों पर खड़ा हो भी सकता है या नहीं। अरमान ने दुख जताते हुए कहा कि शायद उनकी देशभक्ति मेरे राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने पर कमेंट करके पूरी हो गई होगी।” उसने कहा, “ये वो हैं जहां हमारा समाज आज आ खड़ा हुआ है।
अरमान ने कहा कि वह इस घटना के बारे में भारत के चीफ जस्टिस को लिखने पर विचार कर रहे हैं। बता दें कि नवंबर 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश दिया था जिसके बाद सिनेमाघरों में फिल्म की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान को बजाना लाजिमी कर दिया गया है।