Edited By vasudha,Updated: 30 Apr, 2020 09:42 AM
लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विशेषज्ञों के साथ महाचर्चा करने जा रहे हैं। इसी कड़ी में वह भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से चर्चा...
नेशनल डेस्क: लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स से बात करेंगे। इसी कड़ी में उन्होंने वीरवार को भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से चर्चा की।
इस चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आज लोगों के दिमाग में कई तरह के सवाल हैं, इस वायरस के बीच अर्थव्यवस्था को लेकर काफी चिंता है. ऐसे में इन सब चुनौतियों से किस तरह निपटना है, इसको लेकर क्या राय हो सकती है। रघुराम राजन ने कहा कि इस वक्त गरीबों की मदद करना जरूरी है, जिसके लिए सरकार के करीब 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।
राहुल गांधी की इस चर्चा में अर्थव्यवस्था, नौकरियां, कोरोना संकट काल के बाद किस तरह उबरा जाए और सरकार को क्या कदम उठाने को लेकर राय ली। बता दें कि रघुराम राजन 2013 से 2016 तक रिजर्व बैंक के गवर्नर रह चुके हैं, कई मौकों पर वह मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते भी नज़र आए हैं।
इस चर्चा में रघुराम राजन ने कहा कि मुझे लगता है कि ग्लोबल आर्थिक सिस्टम में कुछ गलत तो है, लोगों के पास नौकरी नहीं है। जिनके पास नौकरी है उनको आगे की चिंता है, आय का असमान वितरण हो रहा है अवसरों का सही वितरण करना होगा।
कांग्रेस पार्टी की ओर से एक सीरीज़ की शुरुआत की जा रही है, जिसमें राहुल गांधी अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स से बात करेंगे और इस वक्त जो संकट देश के सामने आया हुआ है, उसपर चर्चा करेंगे।