Edited By Yaspal,Updated: 19 Feb, 2020 06:13 PM
उड़ीसा के गंजम जिले में प्रशासन ने एक टास्क फोर्स गठित कर बैद्यनाथपुर क्षेत्र में भोजनालयों में काम करने वाले 7 बाल मजदूरों को छुड़ाया। इन सात बच्चों में 5 गंजम जिले के हैं, जबकि 2 बच्चे पड़ोसी जिले गजपति के रहने वाले हैं
नेशनल डेस्कः उड़ीसा के गंजम जिले में प्रशासन ने एक टास्क फोर्स गठित कर बैद्यनाथपुर क्षेत्र में भोजनालयों में काम करने वाले 7 बाल मजदूरों को छुड़ाया। इन सात बच्चों में 5 गंजम जिले के हैं, जबकि 2 बच्चे पड़ोसी जिले गजपति के रहने वाले हैं।
इस टास्क फोर्स में जिला श्रम अधिकारी (DLO) ब्रह्मपुर, जिला बाल कल्याण समिति (CWC) के सदस्य, जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO), ब्रह्मपुर चाइल्डलाइन के सदस्य शामिल थे। मंगलवार को इस टास्क फोर्स ने पुलिस के साथ मिलकर बैद्यनाथपुर थाना क्षेत्र के कई होटलों और जलपान गृहों में छापेमारी की।
डीएलओ बाबूलाल पात्रा ने कहा "हम बच्चों की उम्र का सत्यापन करेंगे। अगर उनकी उम्र 14 साल से कम पाई जाती है, तो हम बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम के तहत भोजनालयों के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।"
सूत्रों की मानें तो आगे भी जिला टास्क फोर्स अगले कुछ दिनों में शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी करेगी। साथ ही इस अभियान के तहत बाल श्रमिकों को छुड़ाने की कार्रवाइयां इस महीने के अंत तक जारी रहेगी।
गंजम के डीएम विजय अमृता कुलंगे ने टास्क फोर्स को आदेश दिए हैं कि उन प्रतिष्ठानों जहां छोटे-छोटे बच्चे काम करते हैं वहां औचक छापेमारी करें। गौरतलब है कि 9 फरवरी को भी झुगुड़ी में एक ईंट-भट्ठा से दो बच्चों को बचाया गया था। ये बच्चे बोलनगीर जिले के रहने वाले हैं।