दिवाली पर बढऩे वाली है दिल्ली की मुसीबत

Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 01:32 PM

diwali poisonous air pollution

दिवाली पर लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए तैयार रहें। वो अभी से तैयारी कर ले जिन्हें सांस लेने से जुड़ी बीमारियां है। कुछ ही दिन में दिल्ली की फिजा जहरीली होनी शुरु हो जाएगी। इतना ही नहीं दिवाली यानी 19 अक्तूबर तक राजधानी की आबो-हवा में प्रदूषण...

नई दिल्ली(ब्यूरो): दिवाली पर लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए तैयार रहें। वो अभी से तैयारी कर ले जिन्हें सांस लेने से जुड़ी बीमारियां है। कुछ ही दिन में दिल्ली की फिजा जहरीली होनी शुरु हो जाएगी। इतना ही नहीं दिवाली यानी 19 अक्तूबर तक राजधानी की आबो-हवा में प्रदूषण तीन से चार गुना तक बढ़ जाएगा। बताया जाता है कि दिल्ली में 10 से 12 दिन के भीतर पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर निर्धारित स्तर से तीन से चार गुना तक बढ़ेगा जिससे हवा बेहद जहरीली हो जएगी। 

प्रदूषण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुबह व देर रात के समय दिल्ली की फिजा में कुहासा अभी से दिखने लगा है। उधर जल्द ही स्मॉग भी दिखाई देने लगेगा जिससे तय है कि आने वाले दिन दिल्लीवासियों के लिए मुसीबत भरे साबित हो सकते हैं। बम-पटाखे अभी से जलने शुरू हो गए है जिससे प्रदूषण तेजी से बढ़ेगा। वहीं अब बारिश होने की भी कोई संभावना नहीं है जिससे प्रदूषण में कमी आ सके। 

हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में जल्द ही पराली भी जलने लगेगी जिसका सीधा असर राजधानी की आबो-हवा पर पड़ेगा और उस दौरान पीएम 2.5 और पीएम 10 का निर्धारित स्तर तेजी से बढ़ जाएगा। पिछले कुछ दिनों से जब से बारिश थमी है तब से आबो-हवा धीरे-धीरे जहरीली होने लगी है। बता दें कि पिछले ही महीने सित3बर के अंत में दिल्ली की आबो-हवा बेहद खराब हो गई थी।

सितंबर में खराब हुई थी आबो-हवा 
पिछले महीने एक से 19 सितंबर के बीच दिल्ली में प्रदूषण तीन गुना तक बढ़ गया था। डीपीसीसी से मिली जानकारी के अनुसार पीएम 10 का स्तर आनंद विहार इलाके में 310, पंजाबी बाग में 207 और आर के पुरम में 350 दर्ज किया गया था जबकि इसकी सामान्य मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। वहीं सफर से मिली जानकारी के अनुसार पीएम 2.5 का स्तर भी बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ पाया गया था। बारिश थमने के कारण भी आबो-हवा जहरीली हो गई थी। चूंकि अगस्त में और 20 सितंबर के आस-पास राजधानी में बारिश ठीक-ठाक हुई थी इसलिए इस दौरान दिल्ली की आबो-हवा बेहद साफ हो गई थी। जानकारी के मुताबिक 1 से 19 सितंबर के मध्य दिल्ली में आबोहवा दो दिन अच्छी, दो दिन संतोषजनक, छह दिन सामान्य और नौ दिन खराब रही। 

क्या होता है स्मॉग
स्मॉग वायु में मौजूद धुंध, धुएं और धूल के बारीक कणों के मिलने से बनता है। इसके लिए सीधे तौर पर वायु प्रदूषण जिम्मेदार होता है। सर्दी में तापमान कम होने के कारण वायु धरती के आसपास ही रहती है। हवा में मौजूद प्रदूषक कण भी धरती के आसपास जमा हो जाते हैं। हवा की गति कम होने के कारण प्रदूषक कण सघन होने लगते हैं, जिससे स्मॉग की स्थिति बनती है।

सुबह छा गई थी धुंध
मौसम विभाग के मुताबिक जब तक हवा की गति नहीं बढ़ेगी और नमी की मात्रा बढ़ी रहेगी, तब तक लोगों को कुहासा दिखाई देता रहेगा। दरअसलल सोमवार सुबह जब दिल्लीवालों ने आंखें खोली तो उनका सामना एक ऐसी तस्वीर से हुआ जो अमूमन सर्दियों में दिखती है। सुबह दिल्ली में अचानक धुंध छा गई और सूरज भी कुछ देर के लिए इसके आगोश में समा गया। सुबह घूमने निकले लोगों को प्रकृति का यह अजीब नजारा पहले तो समझ में ही नहीं आया। सभी सोचने लगे कि आखिर अभी अक्तूबर में धुंध कैसे पडऩे लगी है। लेकिन आपको बता दें कि यह धुंध नहीं बल्कि कुहासा है।  

सितंबर में ही दिखना शुरू हो गया था कुहासा 
अमूमन ठंड के मौसम में दिखाई देने वाली धुंध अभी से दिल्ली में दिखाई देने लगी है। घबराइए मत, यह धुंध नहीं बल्कि कुहासा है जो पिछले महीने आठ सितंबर से दिल्ली में दिखना शुरू हो गया था और इन दिनों भी दिखाई दे रहा है। तमाम खुले इलाकों में सोमवार सुबह कुहासा छाया रहा जिसे दिल्लीवासियों ने धुंध समझ लिया। यमुना किनारे, चाणक्यपुरी, धौला कुआं, आईटीओ सहित विभिन्न इलाकों में सोमवार की सुबह कुहासा दिखाई दिया जिससे कुछ इलाकों की तस्वीर कुछ समय के लिए धुंधली हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिन तक रोजाना सुबह कुहासा छाया रहेगा।

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