Edited By Anil dev,Updated: 22 Sep, 2020 10:28 AM
डीएमआरसी अपनी मेट्रो में ऊटपटांग हरकतें, शारीरिक दूरी का नियम न मानने अथवा कोरोना संबंधी निर्देशों का पालन न करने वालों से सख्ती से निपटा रहा है और अब तक करीबन पांच हजार से ज्यादा लोगों को जहां समझा-बुझाकर, रोककर घर भेज दिया गया है तो वहीं दस दिन के...
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): डीएमआरसी अपनी मेट्रो में ऊटपटांग हरकतें, शारीरिक दूरी का नियम न मानने अथवा कोरोना संबंधी निर्देशों का पालन न करने वालों से सख्ती से निपटा रहा है और अब तक करीबन पांच हजार से ज्यादा लोगों को जहां समझा-बुझाकर, रोककर घर भेज दिया गया है तो वहीं दस दिन के इस विशेष अभियान के दौरान करीब ढाई हजार लोगों से जुर्माना भी वसूला गया गया है।
बता दें कि दिल्ली मेट्रो ने ऑपरेशन एवं मेंटीनेंस एक्ट की धारा-59 के तहत यह तय किया है कि यदि कोई भी यात्री कोरोना संबंधी दिशा निर्देशों का पालन नहीं करता है तो उसकी मामूली गलती पर समझा बुझाकर छोड़ दिया जाएगा। यदि गलती गंभीर हुई तो कुछ देर रोककर समझाकर भेज दिया जाएगा और यदि नियमों की अनदेखी का मामला सामने आया तो जुर्माना किया जाएगा। हालंाकि कोरोना महामारी में सात सितम्बर से शुरू हुई मेट्रो में ज्यादा ऊटपटांग या अश्लील हरकतें करने वाले नहीं दिखाई दे रहे हैं।
यात्री मास्क पहन कर, शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं और जिन लोगों ने ऐसा नहीं किया उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। सबसे ज्यादा ऐसे मामले भी येलो लाइन पर दिखाई दे रहे हैं जहां 724 लोगों से जुर्माना वसूला गया है। जबकि सबसे कम ग्रे लाइन पर द्वारका से नजफगढ़ लाइन पर कुल 17 यात्रियों से जुर्माना वूसला गया है। चूंकि नकद, टोकन से यात्रा नहीं हो रही है इसलिए रोजाना करीबन नौ हजार से साढ़े नौ हजार के बीच स्मार्ट कार्ड की बिक्री भी हो रही है।