Edited By vasudha,Updated: 02 Sep, 2018 12:15 PM
अक्सर अस्पतालों से यह खबरें आती है कि मरीज के गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की लेकिन इस बार इसके उलट पूर्वी दिल्ली के हेडगेवार आरोग्य संस्थान से एक मामला प्रकाश में आया है, जहां एक मरीज ने डॉक्टर पर पिटाई का आरोप लगाया है...
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): अक्सर अस्पतालों से यह खबरें आती है कि मरीज के गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की लेकिन इस बार इसके उलट पूर्वी दिल्ली के हेडगेवार आरोग्य संस्थान से एक मामला प्रकाश में आया है, जहां एक मरीज ने डॉक्टर पर पिटाई का आरोप लगाया है। मरीज ने इस बाबत अस्पताल प्रशासन से शिकायत भी की है। ध्यान देने की बात यह है कि गर्भवती मरीज ने प्रसव के दौरान लेबर रुम में डॉक्टर द्वारा पीटाई का आरोप लगाया है।
गर्भवती महिला को सुनाई खरी-खोटी
पूर्वी दिल्ली के राधेपुरी निवासी कुमार गौरव के मुताबिक शनिवार को प्रसव पीड़ा होने पर वह अपनी पत्नी बुलबुल को हेडगेवार आरोग्य संस्थान लेकर गए। गौरव के मुताबिक वह पहले से ही दो बच्चों का पिता है। बुलबुल तीसरी बार गर्भवती हुई थी। इस बात की जानकारी जैसे ही अस्पताल के डॉक्टरों को हुई तो उनमें से एक पुरुष और एक महिला डॉक्टर ने पहले उसे काफी खरी-खोटी सुनाई। सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे बुलबुल को प्रसव हो गया। बावजूद इसके अस्पताल में मौजूद परिजनों की इसकी सूचना दोपहर करीब डेढ़ बजे दी गई।
नवजात को नहीं पहनाए कपड़ें
गौरव के मुताबिक प्रसव के बाद नवजात को करीब डेढ़ घंटों तक बिना कपड़ों के रखा गया। इस दौरान प्रसूता नवजात को कपड़े से ढकने की गुहार लगाती रही, लेकिन वहां मौजूद डॉक्टरों और नर्सों ने उसकी बात को अनसुनी कर दी। आरोप है कि लेबर रूम में प्रसव के बाद टांके लगाने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद डॉक्टर और नर्स ने मरीज को कई घूंसे मारे।