Edited By Archna Sethi,Updated: 14 Sep, 2024 08:35 PM
पंजाब सरकार के आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ली
चंडीगढ़, 14 सितंबर:(अर्चना सेठी) पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह द्वारा आज यहां दिए गए आश्वासन के बाद राज्य के सरकारी डॉक्टरों ने तुरंत प्रभाव से अपनी हड़ताल वापस ले ली है। डॉ. बलबीर सिंह, जिनके साथ प्रमुख सचिव वित्त अजोय कुमार सिन्हा और स्वास्थ्य सचिव कुमार राहुल भी उपस्थित थे, ने पीसीएमएसए एसोसिएशन) के राज्य प्रधान डॉ. अखिल सरीन के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ आपातकालीन बैठक की और डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भले ही केंद्र सरकार राज्य के रुके हुए फंड जारी करे या न करे, लेकिन पंजाब सरकार स्वास्थ्य विभाग में फंड की कोई कमी नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि पीसीएमएसए की स्वीकृत मांगों को लागू करने में कोई बाधा नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का मुख्य उद्देश्य मरीजों का कल्याण है और कोई भी मरीज इलाज से वंचित नहीं रहना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भले ही कैबिनेट सब कमेटी बुधवार को हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों की मांगों से पहले ही सहमत हो चुकी है, फिर भी वह आश्वासन देते हैं कि उनकी मांगें, जैसे डायनामिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (डी ए सी पी) की बहाली आदि, जल्द ही पूरी की जाएंगी।
पीसीएमएसए की अन्य मांगों पर चर्चा करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि उन्हें खुद लगता है कि डॉक्टरों की पदोन्नति में समय लगता है और उनकी पहली पदोन्नति अक्सर पचास साल की उम्र में होती है। इसलिए वह एसएमओ (सीनियर मेडिकल ऑफिसर्स) की रिक्तियों को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं ताकि इस समस्या को दूर कर डॉक्टरों को समय पर पदोन्नति मिल सके। उन्होंने बताया कि सरकार ने 1390 डॉक्टरों की भर्ती को मंजूरी दे दी है, जिनमें से 400 पदों का विज्ञापन पहले ही जारी किया जा चुका है। उन्होंने आगे बताया कि अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए फंड पहले ही जारी किए जा चुके हैं और सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि सरकार पीसीएमएसए की मांगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पीसीएमएसए की ज्यादातर मांगों को मंजूर कर लिया गया है और उन्हें समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है और अगले सप्ताह तक प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
बैठक के दौरान, पीसीएमएसए के राज्य अध्यक्ष डॉ. अखिल सरीन ने स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दी गई आश्वासन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और तुरंत हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की। इसके साथ ही हड़ताल के कारण मरीजों को हुई असुविधा की भरपाई के लिए, पीसीएमएसए ने मरीजों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए ओपीडी का समय दो घंटे बढ़ाने का निर्णय लिया है।
इस बैठक में सचिव वित्त दीपरवा लाकरा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशक डॉ. हितिंदर कौर, मेडिकल शिक्षा एवं शोध निदेशक डॉ. अवनीश कुमार और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।