Edited By Monika Jamwal,Updated: 01 Sep, 2018 05:37 PM
दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों ने तीन पुलिकर्मियों और पुलिसकर्मियों के आठ रिश्तेदारों को अगवा कर लिया था जिन्हे शुक्रवार की शाम को 24 घंटे बाद रिहा कर दिया।
श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों ने तीन पुलिकर्मियों और पुलिसकर्मियों के आठ रिश्तेदारों को अगवा कर लिया था जिन्हे शुक्रवार की शाम को 24 घंटे बाद रिहा कर दिया। बताया जा रहा है कि घाटी में कुछ आतंकवादियों के परिवार के सदस्यों को सुरक्षाबलों द्वारा गिरफ्तार किये जाने की वजह से ही आतंकियों ने पुलिसकर्मियों और उनके रिश्तेदारों को अगवा किया था। आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के परिवार को रिहा करने के साथ-साथ अगवा किये गये तीन पुलिस कर्मियों का वीडियो भी जारी किया है।
वीडियो में ये तीन पुलिसकर्मी पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) से आतंकियों के परिवार को परेशान न करने के लिए कहते दिख रहे हैं। तीनों वीडियो में अगवा किये गये जम्मू-कश्मीर पुलिस और विशेष पुलिस अधिकारियों ने डी.जी.पी. एस.पी. वैद से कहा कि नागरिकों या सुरक्षाकर्मियों को आतंकवादियों के घरों को नष्ट न करने दें। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि अगवा किया गया एक कॉन्स्टेबल डी.जी.पी. वैद से यह गुहार लहा रहा है कि या तो आप हमें सुरक्षा दें या फिर हमें ऐसा कुछ भी करने के लिए मत कहें, क्योंकि इससे हमारा परिवार खतरे में पड़ जाता है। एक अन्य वीडियो में दूसरा पुलवामा का एक पुलिसकर्मी यह कहता दिखाई दे रहा है कि वह अब आगे काम नहीं करना चाहता है।
आतंकियों ने 11 लोगों को किया था अगवा
आतंकियों ने गुरुवार की रात कम से कम आठ ऐसे लोगों को अगवा कर लिया था जिनके परिजन जम्मू कश्मीर पुलिस में काम करते हैं।
रिहा नहीं किये जाते बंधक तो स्थिति होती खराब
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक वरिष्ठ स्तर के अधिकारी ने बताया कि यह एक आदर्श बदलाव है। हमें देखना होगा कि जमीन पर सुरक्षाकर्मी इस पर किस तरह और कैसे प्रतिक्रिया करते हैं। उनके अनुसार, घाटी में एक्शन अथवा कार्रवाई के नियम बदल दिए गए हैं और अगर उन सभी अगवा किये गये पुलिसकर्मियों और उनके रिश्तेदारों को सही सलामत रिहा नहीं किया जाता, तो स्थिति और खराब हो सकती थी। एक बयान में आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तोयबा ने पुलिस को चेतावनी दी है कि वर्तमान स्थिति की जिम्मेदारी पुलिस और सीआईडी के कंधों पर है।