Edited By Monika Jamwal,Updated: 07 Feb, 2019 05:48 PM
सेना पर दिये गये महबूबा मुफ्ती के बयान की राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सेना के जवानों को महबूबा के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।
जम्मू: सेना पर दिये गये महबूबा मुफ्ती के बयान की राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सेना के जवानों को महबूबा के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। सेना अपना काम करें। मलिक ने यह भी कहा कि हमारे जवानों को किसी महबूबा मुफ्ती के बयान के कारण अपने मनोबल को गिरने नहीं देना चाहिये। गवर्नर मलिक ने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुये कहा कि चुुनावों का समय है। उनकी पार्टी टूट रही है। खराब हाल में है। वो इसी किसम की स्पोर्ट से ताकत में आईं थी। उनको सीरियसली लेने की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि महबूबा ने सेना को जवाबदेही के साथ काम करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सेना कश्मीरी युवाओं के मुंह में बंदूक डालकर उनकी फोटो लेती है और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें मुठभेड़ की धमकी दी जाती है। वहीं महबूबा ने एक टवीट् में यह भी कहा है कि सेना बहादुरी का श्रेय लेती है तो मानवाधिकारों के हनन के लिए जवाबदेही के साथ काम भी करे। कश्मीर एक राजनीतिक समस्या है और उसे सैन्य ताकत से हल नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बुरे को बुरा ही कहा जाएगा। मैं आर्मी के कोर कमांडर से भी बात करूंगी।