Edited By Monika Jamwal,Updated: 21 Jul, 2021 05:31 PM
डोगरी के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एवं डोगरी गायकी में अपनी अलग पहचान बनाने वाले मशहूर डोगरी गायक राकेश सिंह सलाथिया का आज निधन होगया।
साम्बा (संजीव): डोगरी के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एवं डोगरी गायकी में अपनी अलग पहचान बनाने वाले मशहूर डोगरी गायक राकेश सिंह सलाथिया का आज निधन होगया। राज्य पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर सेवाएं दे चुके गायक राकेश सलाथिया इसी वर्ष फरवरी में सेवानिवृत्त हुए थे। पिछले करीब दो वर्षों से बीमारी से जूझ रहे राकेश सलाथिया ने आज अपनी अंतिम सांसें ली। उनके निधन की खबर फैलते ही कलाप्रेमियों और डोगरी संगीत के उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर भी उनके निधन की खबर के बाद शोक संदेश दिए जाने लगे।
साम्बा जिले के गुड़ा सलाथीयाँ गांव की गरोटा मंडी के रहने वाले राकेश सलाथिया पिछले कई बरसों से ‘सलाथिया बंधुओं’ के नाम से प्रख्यात गुड़ा सलाथिया के डोगरी गायकों के समूह के सिरमौर थे। इस ग्रुप में छोटे भाई दिनेश सलाथिया के साथ ही रमन सलाथिया व निर्भय सलाथिया भी शामिल हैं जो टीवी-रेडियो के अलावा अन्य कई चैनलों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं और बाहरी राज्यों में भी शानदार प्रस्तुतियाँ दे चुके हैं। ‘अस डोगरे आँ-आक्खने शाने कन्नै’ जैसे कई प्रसिद्ध डोगरी गीतों के जरिए अपनी पहचान बनाने वाले राकेश सलाथिया का बुधवार शाम गुड़ा सलाथिया में अंत्येष्टि कर दी गई जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें विदाई दी।
डोगरी गायकी में उनकी अपनी विशिष्ट पहचान थी। उनके द्वारा स्वरबद्ध डोगरी गीतों के कई एलबम रिलीज हो चुके हैं। गत वर्ष ही चंडी माता के उनके भजनों की एलबम रिलीज़ हो चुकी है जबकि महाराजा हरि सिंह व गुलाब सिंह पर भी जारी हुए एलबम में उन्होंने अपनी आवाज का जादू बिखेरा था।