Edited By Yaspal,Updated: 14 Nov, 2020 04:27 PM
भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस से संक्रमितों मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। कोरोना से कम होते नए केस को देखते हुए डॉक्टरों ने भी अब राहत की सांस ली है। कोरोना को लेकर एम्स (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी कहा है कि...
नेशनल डेस्कः भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस से संक्रमितों मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। कोरोना से कम होते नए केस को देखते हुए डॉक्टरों ने भी अब राहत की सांस ली है। कोरोना को लेकर एम्स (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी कहा है कि देश में कोरोना वैक्सीन आने से पहले ही भारतीयों में रोग प्रतिरोधक क्षमता हासिल हो सकती है।
एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना पर जानकारी देते हुए कहा कि जिस तरह का ट्रेंड देखने को मिल रहा है उसे देखने के बाद हम यह कह सकते हैं कि देश में कोविड वैक्सीन आने से पहले भारतीयों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सकती है, बर्शते वायरस अपना रूप ने बदले। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ समय में हम ऐसे चरण में पहुंच सकते हैं, जहां देश के नागिरकों में रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ सकती है कि उन्हें वैक्सीन की जरूरत ही न पड़े।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कोरोना के कम हो रहे मामले राहत की बात है, लेकिन ठंड के मौसम में अभी और सतर्क रहने की जरूरत है। ठंड के मौस में प्रदूषण के कारण कोरोना के संक्रमण से बचना है तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क लगाने की आदत और समय समय पर हाथ धुलने की आदत को अपनी जिंदगी में शामिल करना होगा।
गुलेरिया ने कहा कि बुजुर्ग या पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग बाहर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि एयर क्वॉलिटी खराब होने से सेहत को नुकसान पहुंचेगा। बाहर तब जाएं जब धूप हो और जब भी बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं।