Edited By Anil dev,Updated: 09 Oct, 2020 02:58 PM
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक बार फिर इतिहास रचा दिया है। दरअसल भारत ने आज पूर्वी तट से सुखोई-30 लड़ाकू विमान से एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित...
नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक बार फिर इतिहास रचा दिया है। दरअसल भारत ने आज पूर्वी तट से सुखोई-30 लड़ाकू विमान से एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल के परीक्षण के बाद भारतीय वायु सेना की सामरिक क्षमता में और इजाफा हो गया है। इसका परीक्षण सुखोई-30 फाइटर एयरक्राफ्ट से किया गया है।
मिसाइल 'रुद्रम' का परीक्षण सुखोई फाइटर एयरक्राफ्ट की मदद से किया गया है। ये स्वदेशी मिसाइल किसी भी तरह के सिग्नल या रेडिएशन को पकड़ सकती है और अपनी रडार पर लाकर उसे नष्ट कर सकती है। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है।
भारत ने हाल ही में ब्रह्मोस के उन्नत संस्करण और शौर्य मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच इन मिसाइलों का परीक्षण काफी अहम माना जा रहा है। भारत में बनाई गई ये अपने आप की पहली मिसाइल है, जो किसी भी ऊंचाई से दागी जा सकती है. ये मिसाइल किसी भी तरह के सिग्नल और रेडिएशन को पकड़ सकती है।