Edited By Ravi Pratap Singh,Updated: 13 Sep, 2019 06:01 PM
भारत के मल्टीरोल युद्धक विमान तेजस के नेवल वर्जन की तकनीकी परेशानी दूर कर लिया है। इसके बाद अब तेजस को एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात किया जा सकेगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने शुक्रवार (आज) को गोवा तट पर स्थित...
नई दिल्लीः भारत के मल्टीरोल युद्धक विमान तेजस के नेवल वर्जन की तकनीकी परेशानी दूर कर लिया है। इसके बाद अब तेजस को एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात किया जा सकेगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने शुक्रवार (आज) को गोवा तट पर स्थित परीक्षण स्थल पर हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के नेवल वर्जन को अरेस्टिंग गियर की सहायता से सफलतापूर्वक शार्ट लैंड कराया।
इस तकनीक की सहायता से किसी भी युद्धक विमान को छोटे रनवे पर विमानवाहक पोत को आसानी से उतारा जा सकता है। साथ ही तेजस के नेवल वर्जन को भारत के अगले विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर भी तैनात किया जा सकेगा। इस तकनीक के लिए शार्ट टेक ऑफ बट अरेस्ट रिकवरी टूल्स की मदद ली जाती है। सरकार इस्तोबार या STOBAR टूल्स को खरीदने का मन बना रही है।