Edited By vasudha,Updated: 28 Apr, 2020 05:51 PM
कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए लागू लॉकडाउन (बंद) में ''ड्रोन'' ने पुलिस की खूब मदद की है। लोगों की आवाजाही पर निगरानी रखने के साथ साथ आम सूचनाएं प्रसारित करने में भी इनका इस्तेमाल हो रहा है।राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था)...
नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए लागू लॉकडाउन (बंद) में 'ड्रोन' ने पुलिस की खूब मदद की है। लोगों की आवाजाही पर निगरानी रखने के साथ साथ आम सूचनाएं प्रसारित करने में भी इनका इस्तेमाल हो रहा है।राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मोहन लाल लाठर ने कहा कि भीड़भाड़ भरे इलाकों में लोगों की आवाजाही पर निगाह रखने में ड्रोन बहुत मददगार साबित हुए हैं।
पतली संकरियों गलियों में भी लोगों की आवाजाही पर ड्रोन की मदद से आसानी से निगाह रखी जा सकती है। यही नहीं अब तो ड्रोन सार्वजनिक सूचनाएं प्रसारित करने वाले 'स्पीकर' के रूप में भी काम आ रहे हैं। लाठर ने कहा कि ड्रोन से पुलिस को विशेष रूप से कर्फ्यूग्रस्त व भीड़ भाड़ वाले इलाकों में अपना काम करने में काफी मदद मिली है। स्टार्टअप जीरो ग्रेविटी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अंतरिक्ष राजावत ने बताया कि राजस्थान के दौसा में पांच, झुंझुनूं में दस ड्रोन कर्फ्यूग्रस्त और लॉकडाउन वाले इलाकों पर निगरानी के लिये लगाए गए हैं।
हाल ही में भिवाडी में पांच ड्रोन लगाने की अनुमति मिली है। उन्होंने बताया कि कर्फ्यूग्रस्त और लॉकडाउन वाले इलाकों में दो तरह के ड्रोन स्थापित किये गये है। एक ड्रोन से वीडियो के जरिये निगरानी और दूसरे ड्रोन के जरिये पुलिस साईरन बजने के बाद सार्वजनिक सूचनाएं प्रसारित की जाती हैं।