Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Jul, 2019 04:30 PM
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रॉपल्सन रिसर्च सेंटर के पास ड्रोन विमान देखे जाने के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। जिले के महेन्द्रगिरी क्षेत्र में इसरो का प्रॉपल्सन रिसर्च सेंटर है
तिरुनेलवेली: तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रॉपल्सन रिसर्च सेंटर के पास ड्रोन विमान देखे जाने के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। जिले के महेन्द्रगिरी क्षेत्र में इसरो का प्रॉपल्सन रिसर्च सेंटर है जिसके प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में दो बार अज्ञात ड्रोन विमान को देखा गया है। रिसर्च सेंटर परिसर में शुक्रवार मध्यरात्रि से लेकर शनिवार तड़के सुबह तक ड्रोन विमान देखे गए जिसके बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
पुलिस ने यहां बताया कि इसरो के प्रॉपल्सन अनुसंधान केन्द्र (आईपीआरसी) की सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा (सीआईएसएफ) के एक संतरी ने शुक्रवार देर रात करीब 11 बजकर 50 मिनट पर एक ड्रोन विमान को परिसर के प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में घुसते हुए देखा। ड्रोन कुछ ही मिनटों में गायब हो गया। इसके कुछ घंटों के बाद शनिवार तड़के सुरक्षाकर्मियों ने परिसर के प्रमुख और बाहरी द्वार के आस-पास ड्रोन जैसा उपकरण दिखाई दिया। इस घटना की जानकारी तुरंत सीआईएसएफ के यूनिट कमांडर (प्रभारी) को दी गई जिन्होंने जांच के बाद पाया कि उड़ान भरने वाला ड्रोन विमान ही था। सीआईएसएफ ने तिरुवनंतपुरम में इसरो के थुम्बा केन्द्र, बेंगलुरु में इसरो के मुख्यालय और भारतीय वायु सेना को इसके बारे में जानकारी दे दी है।
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा में तैनात 150 वायु सैनिकों को अलर्ट कर दिया गया है। सीआईएसएफ कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसरो के आईपीआरसी केन्द्र में जीएसएलवी रॉकेट के लिए क्रायोजेनिक इंजन का विकास किया जाता है। गौरतलब है कि 2015 में 14 दिसंबर की मध्यरात्रि को आईपीआरसी के ऊपर एक ड्रोन देखा गया था। इसके बाद पुलिस और वन अधिकारियों ने व्यापक स्तर पर एक अभियान चलाया था, लेकिन इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली थी।