Edited By Pardeep,Updated: 28 Dec, 2020 03:00 AM
देश को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है। सरकार का लक्ष्य है कि जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू हो जाए। इसके लिए केंद्र सरकार चार राज्यों में सोमवार से ड्राई रन शुरू करने जा रही है। पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात में
नई दिल्लीः देश को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है। सरकार का लक्ष्य है कि जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू हो जाए। इसके लिए केंद्र सरकार चार राज्यों में सोमवार से ड्राई रन शुरू करने जा रही है। पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात में आज से टीकाकरण का ड्राई रन शुरू होगा। टीकाकरण का अभ्यास दो दिन लगातार यानी 28 और 29 दिसंबर को चलेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन सभी राज्यों के दो जिलों में ये ड्राई रन होगा। इसमें अलग-अलग जगह ड्राई रन होगा, जिसमें जिला अस्पताल, शहरी अस्पताल, निजी स्वास्थ्य केंद्र और ग्रामीण स्थान शामिल हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, 'इस दौरान सारी तैयारी सुनिश्चित की जाएगी और कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया की जांच होगी। साथ ही को-विन (Co-WIN) को भी देखा जाएगा कि वह कैसे काम कर रहा है।'
बता दें कि अभी भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए किसी भी वैक्सीन को अप्रूवल नहीं दिया गया है, लेकिन इस दौड़ में सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन सबसे आगे है। एक बार जब यूके ड्रग रेगुलेटर वैक्सीन को अपनी मंजूरी दे देंगे, तो केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन की एक बैठक आयोजित करने की संभावना है जहां क्लीनिकल ट्रायल के रिजल्ट की समीक्षा होगी और मूल्यांकन के बाद मंजूरी दी जाएगी।
ऐसा होगा ड्राई रन
- ड्राई रन एक मॉक ड्रिल है। टीके को छोड़कर सभी चीजों का परीक्षण किया जाएगा। डेटा को को-विन ऐप में फीड किया जाएगा, कोल्ड स्टोरेज का परीक्षण किया जाएगा, कोल्ड स्टोरेज से साइटों तक टीकों के परिवहन, साइटों पर ट्रैफिक प्रबंधन की जांच की जाएगी।
- टीकाकरण के लिए, जितनी संभव हो उतनी साइटों का उपयोग किया जाएगा। इसलिए, ड्राय रन भी सभी विभिन्न सेटिंग्स- जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों या प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र, शहरी स्थल, निजी स्वास्थ्य सुविधा और ग्रामीण आटरीच में आयोजित किया जाएगा।
- कार्यक्रम प्रबंधकों को हाथों-हाथ अनुभव मिलेगा कि विभिन्न स्तरों पर सब कैसा होगा।
- मॉक ड्रिल में ब्लॉक और जिला स्तरों पर समवर्ती निगरानी और समीक्षा, राज्य और केंद्र के साथ साझा किए जाने वाले फीडबैक की तैयारी शामिल होगी।
- इस ड्राई रन का लक्ष्य चुनौतियों की पहचान करना और योजना में जरूरी परिवर्तन करना है ताकि अंतिम प्रक्रिया में कोई गलती न हो।