Edited By Yaspal,Updated: 24 May, 2018 03:02 PM
देश में तेल की बढ़ती कीमतें आम आदमी की कमर तोड़ रही है, मोदी सरकार पर पेट्रोल की कीमतों में कटौती करने का लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। सरकार जल्द ही सरकार कीमतों पर नियंत्रण करने के लिए कदम उठा सकती है।
नेशनल डेस्कः देश में तेल की बढ़ती कीमतें आम आदमी की कमर तोड़ रही है, मोदी सरकार पर पेट्रोल की कीमतों में कटौती करने का लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। सरकार जल्द ही सरकार कीमतों पर नियंत्रण करने के लिए कदम उठा सकती है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को तेल की बढ़ती कीमतों पर काबू करने के लिए “जीएसटी” को भी एक रास्ता बताया है। उन्होंने बताया कि “परिस्थिति के कारण” डॉलर की तुलना में भारतीय रुपया कमजोर होने के कारण तेल के दामों में उछाल आया है।
भारत सरकार ने इसको ध्यान में रखा है, संवेदनशील तरीके से इसको संभालने की हम कोशिश भी कर रहे हैं। मुझे पूरी आशा है, इस पर कुछ ना कुछ रास्ता जरूर निकाला जाएगा। जीएसटी भी इसको कम करने का एक रास्ता है।
बता दें कि बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई थी। बैठक के बाद सरकार की तरफ से कहा गया कि वह तेलों के दाम घटाने के लिए किसी दीर्घकालिक उपाय पर गौर कर रही है।
माना जा रहा हा कि मोदी सरकार के इस कदम से तेल कंपनियों के लिए कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरेल तक सीमित की जा सकती है। इतना ही नहीं, अगर यह योजना अमल में लाई जाती है तो भारतीय तेल क्षेत्र से तेल निकाल कर उसे दुनिया की अन्य कंपनियों को 70 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा बैचने पर कंपनियों को आमदनी का कुछ हिस्सा सरकार को देना होगा।