Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Sep, 2021 05:28 PM
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इन दिनों एक्शन में है राजस्थान सीएम अशोक गहलोत के भाई को समन देने के बाद अब ED ने सोमवार को मुंबई के शिवसेना नेता व पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल के परिसर पहुंची और उन्हें धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए समन दिया। आधिकारिक सूत्रों...
मुंबई- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इन दिनों एक्शन में है राजस्थान सीएम अशोक गहलोत के भाई को समन देने के बाद अब ED ने सोमवार को मुंबई के शिवसेना नेता व पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल के परिसर पहुंची और उन्हें धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए समन दिया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
ईडी की छापेमारी में बिगड़ी पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल की तबीयत
सूत्रों ने कहा कि 74 वर्षीय अडसुल ने स्वास्थ्य संबंधी समस्या की शिकायत की और उन्हें उनके परिवार द्वारा अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि ईडी ने पहले इस मामले में छापेमारी की थी और अडसुल तथा कुछ अन्य लोगों से पूछताछ करना चाहता था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सहकारी बैंक में कथित तौर पर लगभग 980 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में अडसुल के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
धनशोधन का यह मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें बैंक में ऋण राशि के वितरण और अन्य वित्तीय लेनदेन में कथित अनियमितताओं के आरोप हैं। बैंक के पूर्व अध्यक्ष अडसुल ने ही पुलिस में यह शिकायत दर्ज कराई थी।
अडसुल ने लोकसभा में अमरावती सीट का प्रतिनिधित्व किया था। वह 2019 के आम चुनावों में इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी नवनीत कौर राणा से हार गए थे। बाद में अडसुल ने मौजूदा सांसद के जाति प्रमाण पत्र की सत्यता को चुनौती दी और बंबई उच्च न्यायालय ने राणा के जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने का फैसला सुनाया। हालांकि, उच्चतम न्यायालय ने बंबई उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक लगा दी।