Edited By Pardeep,Updated: 30 Jul, 2020 04:25 AM
प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत को पूछताछ के लिए दूसरी बार समन भेजा है। ईडी ने चार अगस्त को अग्रसेन गहलोत को पूछताछ के लिए बुलाया है। वहीं बुधवार को अग्रसेन गहलोत के बेटे ईडी ..
नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत को पूछताछ के लिए दूसरी बार समन भेजा है। ईडी ने चार अगस्त को अग्रसेन गहलोत को पूछताछ के लिए बुलाया है। वहीं बुधवार को अग्रसेन गहलोत के बेटे ईडी के मुख्यालय आए थे। उन्होंने ईडी को बताया कि उनके पिता अग्रसेन गेहलोत की तबीयत खराब है इसलिए वो पूछताछ में शामिल होने नहीं हो सके हैं।
बता दें कि ईडी ने पिछले हफ्ते बुधवार को अग्रसेन गहलोत के जयपुर स्थित ठिकानों पर कार्रवाई की थी। जांच एजेंसी की इस कार्रवाई से राज्य की सियासत में हड़कंप मच गया था। ईडी ने अग्रसेन गहलोत के पावटा चौराहे पर स्थित दुकान और नौ मील पर स्थित उनके मकान और फार्म हाउस पर छापा मारा था। ईडी ने जिस मामले में यह कार्रवाई की वो काफी पुराना बताया जाता है।
क्या है यह पूरा मामला
दरअसल वर्ष 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की कमान अशोक गहलोत के पास थी। उस समय बीजेपी ने गहलोत के खिलाफ हमलावर तेवर अपनाते हुए यह आरोप लगाया था कि वर्ष 2007 से 2009 के बीच राजस्थान में उर्वरक सब्सिडी में चोरी का बड़ा घोटाला हुआ था। उस समय अशोक गहलोत प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी। यह मामला कस्टम अधिकारियों के द्वारा की गई एक कार्रवाई में सामने आया था।
आरोप लगाया गया था कि जो उर्वरक घरेलू खपत के लिए मान्य है और इसका निर्यात प्रतिबंधित है। जिसे सरकार किसानों को सस्ती दर पर उपलब्ध कराती है उसमें निजी कंपनियों को शामिल कर घोटाला किया गया। साथ ही यह आरोप भी लगा कि अग्रसेन गहलोत ने इंडियन पोटाश लिमिटेड से एमओपी खरीद कर किसानों को उर्वरक उपलब्ध नहीं कराया। इसके बजाय उन लोगों को बेच दिया जो इसका निर्यात करते हैं। इससे अग्रसेन गहलोत ने काफी पैसा कमाया।