Edited By Pardeep,Updated: 22 Oct, 2018 01:39 AM
भारत में पिछले सालों की तुलना में इस साल सर्दी का थोड़ा कम असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने अगले कुछ महीनों में प्रशांत महासागर में अल नीनो की मौजूदगी के मद्देनजर यह आशंका जताई है। विभाग ने प्रशांत महासागर में अल नीनो का प्रभाव दक्षिण में...
नई दिल्ली: भारत में पिछले सालों की तुलना में इस साल सर्दी का थोड़ा कम असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने अगले कुछ महीनों में प्रशांत महासागर में अल नीनो की मौजूदगी के मद्देनजर यह आशंका जताई है। विभाग ने प्रशांत महासागर में अल नीनो का प्रभाव दक्षिण में भूमध्य तटीय क्षेत्रों की ओर बढऩे की आशंका के मद्देनजर इसका असर भारत में अगले 2 से 3 महीनों के दौरान दिखने का अनुमान जताया है।
अल नीनो के प्रभाव से समुद्री सतह का तापमान बढऩे लगता है। इसका प्रभाव तटीय इलाकों में गर्मी में इजाफे के रूप में दिखता है। भारत के उत्तरी राज्यों में सर्दी के दौरान जनवरी माह में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश का संक्षिप्त दौर देखने को मिलता है। यह बारिश तापमान में गिरावट की मूल वजह बनती है, लेकिन इस साल अल नीनो के संभावित प्रभाव को देखते हुए पश्चिमी विक्षोभ पर भी असर पड़ सकता है।