Edited By Yaspal,Updated: 30 May, 2018 06:46 PM
उपचुनावों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के खराब होने की शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग इन दिनों विपक्ष के निशाने पर है।
नेशनल डेस्कः उपचुनावों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के खराब होने की शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग इन दिनों विपक्ष के निशाने पर है। इसी कड़ी में बुधवार को शिवसेना ने “निर्वाचन आयोग, लोकतंत्र और चुनाव” को सत्ता में बैठे लोगों की ‘रखैल’ करार दिया है।"
शिवसेना ने सहयोगी भाजपा की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि निरंकुश मानसिकता से ग्रस्त सत्ताधारी दल ने अपने निजी स्वार्थ के लिए EVM को खराब किया है। अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है कि अब हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र नहीं कहा जा सकता है। EVM ने लोकतंत्रत को विकृत कर दिया है। मौजूदा समय में सत्ताधारियों ने अपनी निरंकुश मानसिकता के कारण लोकतंत्र को अपनी रखैल बना डाला है।
शिवसेना ने आरोप लगाया कि चुनाव और निर्वाचन आयोग सत्ताधारियों की रखैल बन गए हैं। साथ ही चेताया है कि चुनावी प्रक्रिया में लोगों का घटता विश्वास लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उसने कहा कि मौजूदा निर्वाचन आयोग और उसकी मशीनरी सरकार के गुलामों की तरह हो गए हैं क्योंकि वे चुनाव में शराब और धन के वितरण संबंधी शिकायतों को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं।