Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 03:15 PM
दो फाड़ में बंट चुकी अन्नाद्रमुक पार्टी में वी के शशिकला और उसके गुट को झटका लगा है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को अन्नाद्रमुक का चुनाव चिह्न ई पलानीस्वामी और ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले गुट को आवंटित कर दिया है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस संबंध में अभी...
नई दिल्ली: दो फाड़ में बंट चुकी अन्नाद्रमुक पार्टी में वी के शशिकला और उसके गुट को झटका लगा है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को अन्नाद्रमुक का चुनाव चिह्न ई पलानीस्वामी और ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले गुट को आवंटित कर दिया है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस संबंध में अभी औपचारिक घोषणा नहीं की है।
मिठाई बांटकर कार्यकर्ताओं ने मनाया जीत का जश्न
पलानीस्वामी ने इस उपलब्धि को एक स्वागत योग्य कदम’’ और पार्टी के लिए सबसे खुशी का दिन बताया। अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर और पार्टी मुख्यालय के सामने मिठाई बांटकर अपनी जीत का जश्न मनाया। चुनाव आयोग का यह फैसला निष्काषित पार्टी नेता वी के शशिकला के साथ ही उनके भतीजे और अन्नाद्रमुक से दरकिनार किए गए पार्टी के उप महासचिव टीटीवी दिनाकरण के लिए एक झटका है। शशिकला फिलहाल आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में बेंगलुरु में जेल की सजा काट रही हैं।
अप्रैल से ही लंबित पड़ा था मामला
पलानीस्वामी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि उनके धड़े ने इस चुनाव चिह्न पर दावा पेश करने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज और हलफनामे उपलब्ध कराए थे। यह मामला आर के नगर निर्वाचन क्षेत्र के लिए उप चुनावों की घोषणा करने के बाद अप्रैल से ही लंबित पड़ा था। हालांकि चुनाव में पैसों के इस्तेमाल और भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उपचुनाव कई दिन पहले ही रद्द हो गए थे। चुनाव आयोग ने तब अन्नाद्रमुक पार्टी का नाम और उसके चुनाव चिह्न को जब्त कर लिया था जिसके बाद पार्टी के धड़ों ने इसपर अपना-अपना दावा पेश किया था। पनीरसेल्वम ने सबसे पहले शशिकला के खिलाफ विद्रोह किया और फिर पलानीस्वामी के विद्रोह करने के बाद उनके नेतृत्व वाले धड़े में अपने धड़े का विलय कर दिया।