Edited By shukdev,Updated: 25 Jul, 2018 06:55 PM
चुनाव आयोग ने अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव वीवीपेट युक्त ईवीएम से कराने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि इस साल नवंबर तक निर्माणाधीन 16.15 लाख वीवीपेट युक्त मशीनों की आपूर्ति हो जाएगी। आयोग ने बुधवार को मशीनों की अब तक महज 22 प्रतिशत आपूर्ति...
नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव वीवीपेट युक्त ईवीएम से कराने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि इस साल नवंबर तक निर्माणाधीन 16.15 लाख वीवीपेट युक्त मशीनों की आपूर्ति हो जाएगी। आयोग ने बुधवार को मशीनों की अब तक महज 22 प्रतिशत आपूर्ति हो पाने संबंधी मीडिया रिपोर्ट पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि इन मशीनों की आपूर्ति इस साल 30 सितंबर तक हो जानी थी। लेकिन आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों की समिति के सुझाव पर मशीनों में कुछ जरूरी सुधार शामिल किए जाने के कारण इसमें थोड़ा विलंब होगा। आयोग ने इसके बावजूद नवंबर 2018 में चुनाव पूर्व तैयारियों को पूरा करने की समयसीमा पूरी होने के पहले इन मशीनों की आपूर्ति कर दिए जाने का विश्वास व्यक्त किया।
चुनाव आयोग ने बीईएल और ईसीआईएल को दी थी 16.15 लाख मशीनें बनाने की जिम्मेदारी
आयोग द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र की बेंगलुरु स्थित कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (बीईएल) और हैदराबाद स्थित इलैक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) को मई 2017 में 16.15 लाख मशीनें बनाने की जिम्मेदारी दी थी। इनमें से 5.88 लाख मशीनों (बीईएल 4.36 लाख, ईसीआईएल 1.52 लाख) की आपूर्ति अब तक कर दी गई है। यह कुल आपूर्ति का 36 प्रतिशत है।
सभी राज्यों को नवंबर से पहले मिल जाएंगी मशीनें
आयोग ने स्पष्ट किया कि बुधवार को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट 19 जून की आरटीआई के जवाब पर आधारित है। आयोग ने कहा कि दोनों कंपनियों ने शेष 10.27 लाख मशीनों का निर्माण और सभी राज्यों को इनकी आपूर्ति इस साल नवंबर से पहले करने के लिए आश्वस्त किया है। इसके आधार पर आयोग ने भविष्य में आम चुनाव के अलावा लोकसभा और विधानसभाओं के उपचुनाव शतप्रतिशत वीवीपेट युक्त ईवीएम से कराने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।