Edited By Monika Jamwal,Updated: 15 May, 2019 02:14 PM
एक तरफ आज डिजिटल इंडिया की बात की जा रही है लेकिन बहुत से ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं यहां लोगों को इसका मतलब भी नहीं पता।
जम्मू : एक तरफ आज डिजिटल इंडिया की बात की जा रही है लेकिन बहुत से ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं यहां लोगों को इसका मतलब भी नहीं पता। पता भी कैसे होगा, उनके लिए विकास वो है जो वो आंखों से देखते हैं। बात अगर मेंढर की करें तो डिजिटल भारत के इस क्षेत्र में बिजली की तारें लकड़ी के पतले खंभों से बांधी गई हैं।
यह दूर दराज का इलाका है पठानातीर। विकास यहां लकड़ी के खंभों पर बोलता है जो हल्की सी हवा पर धड़ाम से जमीन पर आ गिरता है। गनीमत यह है कि अभी तक कोई हादसा नहीं हुआ है पर अगर हालत यही रही तो उसे होने भी देर नहीं है। गांव के लोग खुद को असुरिक्षत महसूस करते हैं।उनका कहना है कि माल मवेशी तो क्या बच्चे भी इनसे सुरक्षित नहीं हैं। ग्रामीण इस मामले में संबंधित विभाग से कई बार बात कर चुके हैं पर उनकी आज तक किसी ने नहीं सुनी। वहीं उन्हें इस बात का भी रोष है कि स्थानीय विधायक ने खोखले दावों के अतिरिक्त कोई काम नहीं किया।