Edited By pooja,Updated: 23 Aug, 2018 11:59 PM
अगर किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में यह रूल लागू हो जाएं कि बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के साथ आना आवश्यक होगा तो वहां का माहौल कुछ और ही हो जाएगा।
नई दिल्ली : अगर किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में यह रूल लागू हो जाएं कि बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के साथ आना आवश्यक होगा तो वहां का माहौल कुछ और ही हो जाएगा। ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के सीयू मैनेजमेंट का एक लैटर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बंटोर रहा है। दरअसल इस लैटर में लिखा गया है कि 13 अगस्त के बाद यूनिवर्सिटी में बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के साथ आना लाजमी होगा। अगर कोई इस नियम को नहीं मानता है तो उसके खिलाफ न सिर्फ कार्रवाई की जाएगी, बल्कि जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस लैटर की जानकारी जब यूनिवर्सिटी प्रशासन को लगी तो जांच में पता चला कि यह फर्जी है। यूनिवर्सिटी के ही एक छात्र ने फर्जी लैटर टाइप कर सोशल मीडिया पर वारयल किया था। मैनेजमेंट ने छात्र का पता चलते ही उसे कॉलेज से निकाल दिया।
लैटर में लिखा था ...
यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर स्टूडेंट वेलफेयर अरविंदर सिंह कंग के नाम पर सीयू के लेटर हेड पर एक छात्र ने फर्जी लैटर सोशल मीडिया पर डाला गया। लैटर में लिखा गया था कि 13 अगस्त के बाद कैंपस में हर छात्र का बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के साथ आना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही लिखा गया था कि अगर 13 अगस्त के बाद कोई छात्र बिना बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के साथ देखा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और 1 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।