Edited By Seema Sharma,Updated: 12 Mar, 2019 12:30 PM
इथोपियन विमान दुर्घटना में मरने वाले चार भारतीय नागरिकों में शामिल और यूएनडीपी की सलाहकार शिखा गर्ग की करीब तीन महीने पहले दिसंबर में ही शादी हुई थी। शिखा के पति की उस आखिरी मैसेज को देखकर आंखें भर आईं
नेशनल डेस्कः इथोपियन विमान दुर्घटना में मरने वाले चार भारतीय नागरिकों में शामिल और यूएनडीपी की सलाहकार शिखा गर्ग की करीब तीन महीने पहले दिसंबर में ही शादी हुई थी। शिखा के पति की उस आखिरी मैसेज को देखकर आंखें भर आईं जो उनकी पत्नी ने फ्लाइट के लैंड होने से पहले किया था। शिखा ने अपने पति सौम्य भट्टाचार्य को सुबह 10 बजे मैसेज किया, "मैंने फ्लाइट पर बोर्डिंग कर ली है, फ्लाइट के लैंड होते ही मैं तुम्हें कॉल करूंगी। 10.15 पर सौम्य ने रिप्लाई टाइप करना शुरू किया ही था कि तभी उनका फोन बजा और उन्हें शिखा के प्लेन के क्रैश की खबर मिली।
प्लेन क्रैश की खबर सुनते ही सौम्य के आंखों के सामने एकदम अंधेरा छा गया। पर्यावरण मंत्रालय से संबद्ध 32 वर्षीय शिखा ने छह साल से भी अधिक समय जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर काम किया था। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनईपी) में अपने साथ काम करने वाले एक सहकर्मी से पिछले साल दिसंबर में उनकी शादी हुई थी। शिखा को दो साल से अधिक समय से जानने वाले सरकारी अधिकारी ऋषि कौशिक ने बताया कि वह मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विभाग का अभिन्न हिस्सा थी। पर्यावरण मंत्रालय के सेक्शन ऑफिसर (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं सतत विकास) कौशिक ने बताया कि शिखा सतत विकास लक्ष्यों से जुड़े विषयों को देख रही थी और वह संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (यूएनईए) के सालाना पर्यावरण सम्मेलन में शामिल होने जा रही थी। यूएनईए का मुख्यालय नैरोबी में है।
कौशिक ने बताया कि शिखा के परिवार में उसके माता पिता और दो बहनें और एक भाई है। उन्होंने बताया कि शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। यह प्रक्रिया जारी है। हमारे अधिकारी शव यहां लाने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने के लिए नैरोबी में हैं। वहीं, शिखा के एक दोस्त ने उन्हें खुशमिजाज, कड़ी मेहनत करने वाली और काम के प्रति समर्पित महिला बताया। शिखा यूएनईए के सालाना सम्मेलन में शामिल होने के लिए नैरोबी जा रही थी। लेकिन इथोपियन एयरलाइंस की एक विमान दुर्घटना में रविवार को उनकी मौत हो गई। विमान में सवार चालक दल के आठ सदस्यों और 149 यात्रियों में कोई भी जीवित नहीं बच पाया।