Edited By Yaspal,Updated: 16 Aug, 2019 08:51 PM
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने एक खुले पत्र में कहा है कि विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद से कश्मीर अंधकार की गिरफ्त में है और उन्हें लगता है कि कश्मीरियों की...
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने एक खुले पत्र में कहा है कि विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद से कश्मीर अंधकार की गिरफ्त में है और उन्हें लगता है कि कश्मीरियों की सुरक्षा को खतरा है।
कथित रूप से इल्तिजा की ओर से लिखे गए एक खुले पत्र में कहा गया है कि कानून का पालन करने वाली नागरिक होने के बावजूद उन्हें हिरासत में रखा गया और वह उम्मीद करती हैं कि अपने मौलिक अधिकार के बारे में सवाल उठाने पर उन्हें दंडित नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर अंधकार की गिरफ्त में है और मुझे आवाज उठाने वालों समेत यहां के लोगों की सुरक्षा को लेकर डर है। हम कश्मीरी पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को एकतरफा तरीके से निरस्त किए जाने के बाद से निराश हैं।''
इल्तिजा ने कहा कि उनकी मां महबूबा समेत कई अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों को उसी दिन हिरासत में ले लिया गया और ‘‘पंगु बनाने वाला कर्फ्यू को लगे 10 लंबे पीड़ादायक दिन'' हो चुके हैं। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित पत्र में कहा, ‘‘सभी तरह के संचार साधनों को बंद किए जाने के कारण घाटी में भय का वातावरण है जिसके कारण पूरी आबादी असहाय हो गई है।
आज जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, कश्मीर जानवरों की तरह कैद हैं और उन्हें उनके मौलिक मानवाधिकारों से वंचित रखा गया है।'' उन्होंने अपने पत्र में कहा कि वह इस पत्र को डाक के जरिए नहीं भेज सकती क्योंकि कश्मीर घाटी में डाक सेवा बंद है।