Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Aug, 2021 02:45 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ऐसे समय में जब पूरा विश्व आतंकी विचारधारा को लेकर आशंकित है, सोमनाथ मंदिर का इतिहास दुनिया को इस बात का संदेश देता है कि आस्था को आतंक और सत्य को असत्य से स्थायी तौर पर पराजित नहीं किया जा सकता।
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ऐसे समय में जब पूरा विश्व आतंकी विचारधारा को लेकर आशंकित है, सोमनाथ मंदिर का इतिहास दुनिया को इस बात का संदेश देता है कि आस्था को आतंक और सत्य को असत्य से स्थायी तौर पर पराजित नहीं किया जा सकता। पीएम मोदी ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के हिंसक प्रयासों की ओर संकेत करते हुए कहा कि आज जब विश्व ऐसी विचारधाराओं से आशंकित हैं तब दुनिया में कोई भी व्यक्ति सोमनाथ मंदिर की भव्य संरचना को देखता है तो केवल एक मंदिर नहीं दिखता। यह सैकड़ों हज़ारों साल से मानवता के मूल्यों की घोषणा का स्थल बना है।
आज भी पूरे विश्व के सामने इससे यह संदेश जाता है कि सत्य को असत्य और आस्था को आतंक से पराजित नहीं किया जा सकता। इसे सैकड़ों बार तोड़ा गया, इसका अस्तित्व मिटाने की कोशिश की गई पर जितनी बार गिराया गया उतनी बार यह उठ खड़ा हो गया। यह पूरे विश्व के लिए ऐसा विश्वास देता है कि आतंकी शक्तियां कुछ समय के लिए हावी हो सकती हैं, वे ज़्यादा समय तक लोगों को दबा कर नहीं रख सकती है। मोदी नई दिल्ली से वर्चुअली से अपने गृह राज्य गुजरात में सोमनाथ मंदिर के निकट पार्वती मंदिर के ई-शिलान्यास, मंदिर से लेकर त्रिवेणी संगम तक डेढ़ किमी लम्बे समुद्र दर्शन वॉक वे (प्रोमेनेड) और सोमनाथ प्रदर्शनी गैलरी जिसमें खंडित अवशेषों को भी रखा गया है की आधारशिला रखी।
इसी के साथ उन्होंने इंदौर की रानी अहिल्याबाई होलकर की ओर से 1783 में बनाए गए पुराने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्मित परिसर के ई लोकार्पण भी किया इन चार परियोजनाओं की लागत 80 करोड़ रुपए से अधिक है। पीएम मोदी सोमनाथ मंदिर का संचालन करने वाले ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं। इस मौक़े पर ट्रस्ट के दो अन्य सदस्य गृह मंत्री अमित शाह तथा वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी वीडियो के जरिए तथा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी प्रत्यक्ष तौर पर उपस्थित थे।