Edited By Hitesh,Updated: 22 Jul, 2021 11:40 AM
आंध्र प्रदेश पुलिस ने कोरोना से डरे हुए एक परिवार को 15 महीने के बाद घर से बाहर निकाला है। दरअसल आंध्र प्रदेश के कदली गांव में करहने वाला यह परिवार कोरोना संक्रमण से भयभीत होकर झुग्गी के भीतर बंद हो गया था। उनके मन में इस बात का भय बैठ गया कि बाहर...
नेशनल डेस्क: आंध्र प्रदेश पुलिस ने कोरोना से डरे हुए एक परिवार को 15 महीने के बाद घर से बाहर निकाला है। दरअसल आंध्र प्रदेश के कदली गांव में रहने वाला यह परिवार कोरोना संक्रमण से भयभीत होकर झुग्गी के भीतर बंद हो गया था। उनके मन में इस बात का भय बैठ गया था कि बाहर निकलते ही कोरोना के कारण उनकी मौत हो जाएगी।
इस मामले को लेकर गांव के सरपंच चोप्पला गुरुनाथ ने बताया कि, "कोविड-19 के कारण इस परिवार के पड़ोस में एक मौत हो गई थी जिसके बाद संक्रमण के डर से 50 वर्षीय रुथम्मा, 32 वर्षीय कांतामनी और 30 वर्षीय रानी ने करीब 15 माहीने पहले खुद को झुग्गी के भीतर बंद कर लिया था। यह बात सबके सामने तब आई जब सरकारी योजना के तहत हाउसिंग प्लॉट को उनके लिए आवंटन करने को लेकर गांव का वॉलंटियर उनके पास अंगूठे का निशान लेने गया। वॉलंटियर ने इस मामले से गांव के सरपंच को अवगत किराया। इसके बाद इस मामले को लेकर पुलिस को सूचित किया गया। राजोले सब इंस्पेक्टर कृष्णामाचारी और टीम ने यहां पहुंचकर इन्हें बंद झुग्गी से निकाला। इनकी हालत काफी खराब हो चुकी थी। कई दिनों से इनमें से कोई भी नहाया नहीं था न ही बाल कटवाए थे। इन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां इनका इलाज जारी है।" सरपंच के अनुसार कुछ दिन और यदि परिवार इसी तरह झुग्गी में बंद रहता तो इनकी मौत हो जाती।