Edited By Monika Jamwal,Updated: 06 Aug, 2020 11:59 PM
कश्मीर की फरहाना भट्ट ने बॉलीवुड में भले ही कम फिल्में की है लेकिन उनकी अलग पहचान है। साल २०१८ में आई फिल्म लैला-मजनू जिसे डायरेक्टर इम्तियाज अली के छोटे भाई साजिद अली ने निर्देशित किया था जिसमें फरहाना भी थी।
नेशनल डेस्क: कश्मीर की फरहाना भट्ट ने बॉलीवुड में भले ही कम फिल्में की है लेकिन उनकी अलग पहचान है। साल २०१८ में आई फिल्म लैला-मजनू जिसे डायरेक्टर इम्तियाज अली के छोटे भाई साजिद अली ने निर्देशित किया था जिसमें फरहाना भी थी। श्रीनगर के चन्नोरा इलाके में रहने वाली फरहान वहां के एक स्थानीय स्कूल में पढ़ी हैं और अभी वह श्रीनगर के गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमन से मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में स्नातक कर रही है। एक टीवी को दिए इंटरव्यू में फरहाना ने कहा कि वह इस लाइन में नहीं आना चाहती थी लेकिन भगवान की ऐसी क-पा हुई कि फिल्मी जगत में मेरी एंट्री हुई।
फरहाना ने कहा कि मैं पत्रकार बनना चाहती थी क्योंकि इसमें मेरी रुचि थी। फरहाना ने कहा कि पत्रकारिता मेरा पेशन है और मैं अब ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट या न्यूज एंकर बनने पर भी काम कर रही हूं, जल्द ही एक राष्ट्रीय टीवी चैनल के साथ इंटर्नशिप के लिए भी जाऊंगी। फरहाना ने बताया कि मैंने ऐसे ही फिल्म लैला-मजनूं के लिए ऑडिशन दे दिया था। मुझे फिल्म जसमीत नाम की लीड एक्ट्रेस की चचेरी बहन की भूमिका मिली थी, बस यहीं से मेरा फिल्मी सफर हुआ। फरहान ने बताया कि इसके बाद उनको विज्ञापनों के लिए ऑफर मिलने लगे। भट्ट ने कहा कि कश्मीरी युवा बेहद प्रतिभाशाली हैं लेकिन अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उनके पास सही मंच की कमी है। वह नवोदित गायकों और कलाकारों को एक मंच प्रदान करना चाहती हैं ताकि वे अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम हों।