Edited By Seema Sharma,Updated: 17 Dec, 2020 12:53 PM
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन चौथे हफ्ते में प्रवेश कर गया है और अब भी हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर अपनी मांगों के साथ बैठे हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी के मुख्य यातायात मार्गों पर 22वें दिन गुरुवार को भी प्रदर्शन की वजह से जाम है।...
नेशनल डेस्क: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन चौथे हफ्ते में प्रवेश कर गया है और अब भी हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर अपनी मांगों के साथ बैठे हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी के मुख्य यातायात मार्गों पर 22वें दिन गुरुवार को भी प्रदर्शन की वजह से जाम है। किसान सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बार्डर पर जमे हुए हैं और इससे दिल्ली के कई मार्ग हैं। किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है।
ट्रैफिक एडवाइजरी
- सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद है और लोगों से लामपुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग पर जाने को कहा गया है।
- मुकरबा तथा जीटीके रोड से यातायात मोड़ा गया है। इसमें हरियाणा की ओर जाने वाले लोगों को झाडौदा (सिर्फ एक मार्ग), दौराला, कापसहेड़ा, बडूसराय, रजोकरी NH-8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बार्डर से जाने को कहा गया।
- लोगों से आउटर रिंग रोड, GTK रोड और NH-44 पर जाने से बचने को कहा।
- प्रदर्शन के कारण गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद रहेगा।
- लोगों को आनंद विहार, डीएनडी, चिल्ला, अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर से होकर आने की सलाह दी जाती है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह इस गतिरोध को सुलझाने के लिए एक समिति गठित करेगा। बुधवार को अदालत ने यह संज्ञान लिया कि प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार की बातचीत ‘प्रत्यक्ष तौर पर काम नहीं कर पाई' और उसे असफल होना ही था। अदालत ने कहा कि वे किसानों और सरकार के बीच व्याप्त गतिरोध दूर करने के लिए दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों को शामिल करके एक समिति का गठन करेंगे। लेकिन प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं का कहना है कि यह कोई समाधान नहीं है।