Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Jan, 2021 05:23 PM
26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर पूरी दुनिया की निगाहें भारत की तरफ होती हैं। गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर भारत की आन-शान और ताकत को पूरी दुनिया देखती है। लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जो हुआ वो सच में शर्मसार रहा और इसकी चर्चा अब हमेशा होगी। कृषि...
नेशनल डेस्क: 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर पूरी दुनिया की निगाहें भारत की तरफ होती हैं। गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर भारत की आन-शान और ताकत को पूरी दुनिया देखती है। लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जो हुआ वो सच में शर्मसार रहा और इसकी चर्चा अब हमेशा होगी। कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डरों पर जो किसान पिछले 60 दिनों से शांति से धरना दे रहे थे वो गणतंत्र दिवस पर हिंसा पर उतर आए।
दिल्ली पुलिस ने शर्तों के साथ किसानों को ट्रैक्टर मार्च निकालने की इजाजत दी थी। किसानों ने भी विश्वास दिलाया था कि वो तय किए गए रूट्स पर ही ट्रैक्टर रैली निकालेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टर मार्च के नाम पर दिल्ली में जमकर उत्पात मचाया। इतना ही नहीं लाल किले की प्रचीर पर चढ़कर किसानों ने तिरंगे को उतारकर नीचे फेंक दिया और वहां अपना अलग ही झंडा लगा लिया।
उपद्रव किसानों के सामने आए वीडियो
उपद्रव किसानों ने दिल्ली में जमकर हंगामा किया। किसानों पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया और मीडिया कर्मियों के साथ भी बदसलूकी की गई। दिल्ली में किसानों द्वारा की गई हिंसा के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि कहीं किसानों ने पुलिस पर लाठियों से हमला किया तो कही निहंग किसान पुलिसकर्मियों के पीछे तलवार लेकर दौड़ पड़े। इतना ही नहीं एक जगह तो किसानों ने पुलिस पर ट्रैक्टर भी चढ़ाने की कोशिश की। किसानों ने पीछे हटकर किसी तरह अपनी जान बचाई। किसानों की बसों पर हमला किया गया। उनकी गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए।
किसानों ने फेंका तिरंगा
लाल किले की प्रचीर पर पहुंचकर भी किसानों ने काफी उत्पात मचाया। एक किसान ने लाल किले पर फहरा रहे तिरंगे को उतारकर नीचे फेंक दिया और उसकी जगह अपना झंडा लगा दिया। लाल किले की सुरक्षा को देखते हुए गृहमंत्रालय ने अतिरिक्त फोर्स को वहां तैनात किया है और उसका गेट बंद करने को कहा है। दिल्ली में किसानों की हिंसा को देखते हुए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।