VIDEO: जुर्माने का किसानों में नहीं डर, कैसे लगेगी पराली जलाने पर रोक

Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Oct, 2020 11:00 AM

दिल्ली में वायु प्रदूषण से बुरे हाल हैं। जबकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का काम जारी है। पंजाब सरकार पराली जलाने वालों पर सख्ती करने में नाकाम साबित हो रही है... खेतों में आगजनी के खिलाफ जुर्माने का प्रावधान रखा गया है लेकिन यह महज एक ''कागजी...

नेशनल डेस्कः दिल्ली में वायु प्रदूषण से बुरे हाल हैं। जबकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का काम जारी है। पंजाब सरकार पराली जलाने वालों पर सख्ती करने में नाकाम साबित हो रही है... खेतों में आगजनी के खिलाफ जुर्माने का प्रावधान रखा गया है लेकिन यह महज एक 'कागजी जुर्माना' साबित हो रहा है...इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2019 में सरकार ने प्रदेश में पराली जलाने वाले किसानों पर 6 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगाया था...लेकिन अब तक केवल 14.70 लाख रुपए ही वसूले जा सके हैं...इस बार भी 2020 में अब तक करीब 13 लाख रुपए जुर्माना लगाया जा चुका है, लेकिन वसूली की रफ्तार बेहद सुस्त है...और यही वजह है कि सरकार से किसान बेखौफ हैं और खुलेआम खेतों में पराली जला रहे हैं। 

 

10 अक्तूबर को 244 जगह आगजनी
बीती 10 अक्तूबर को ही प्रदेश में 244 जगह आगजनी की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं...उनमें भी सबसे ज्यादा अमृतसर में, जहां 60 जगहों पर आग लगाई गई...पूरे 2020 में अब तक आगजनी की घटनाओं का आंकड़ा 2170 पहुंच गया है...जो पिछले 4 सालों की तुलना में काफी ज्यादा है...2019 में 21 सितंबर से 10 अक्तूबर तक महज आगजनी की 553 घटनाएं रिकॉर्ड की गई थीं...प्रदूषण विभाग के मुताबिक पराली जलाने के मामले में अमृतसर सबसे पहले स्थान पर 902 मामलों के साथ और तरनतारन दूसरे पर है...पटियाला, गुरदासपुर, फरीदकोट, लुधियाना भी इस सूची में तेजी से बढ़ते मामलों के कारण आगे आ रहा है जो प्रशासन के सभी दावों की पोल खोल रहा है।

 

हॉटस्पॉट पर ज्यादा ध्यान
पर्यावरण अधिकारियों की मानें तो सरकार के लिए इस बार समय से पहले आगजनी की घटनाएं बड़ी चुनौती बनकर उभरी हैं, स्टेट मॉनीटरिंग एजेंसी के पास भी इस बाबत अलर्ट आए थे। 2019 की घटनाओं के आधार पर पंजाब को हॉट स्पॉट और नॉन हॉट स्पॉट की श्रेणी में विभाजित किया गया है। नॉन हॉटस्पॉट में वह क्षेत्र में हैं, जहां समय से पहले आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं... उधर, हॉट स्पॉट को लेकर निर्देश दिए गए हैं कि आगजनी की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाए...अनलॉक प्रक्रिया के बाद हवा में प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ रही है, आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण कंट्रोल में आया था और अस्पताल में अस्थमा के मरीजों में गिरावट आई थी।

 

मुख्यमंत्री ने ली पराली जलाने की घटनाओं संबंधी जानकारी
फिलहाल इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने शनिवार को अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि सरकार पराली जलाने की समस्या को रोकने के लिए पूरी तरह सचेत और वचनबद्ध है और मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह निजी तौर पर इसकी निगरानी कर रहे हैं। वहीं  मुख्य सचिव विनी महाजन ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने धान के अवशेष के प्रबंधन के लिए किसानों को अलग-अलग मशीनें मुहैया करवाई हैं। अब देखना होगा कि क्या सरकार किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली पर रोक लगा पाती है।

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!