Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Jan, 2021 11:05 AM
कृषि सुधार कानूनों के विरोध और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी मान्यता देने की मांग को लेकर बारिश में भी किसानों का आंदोलन जारी है। सोमवार को सरकार और किसानों के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। वहीं किसान 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड...
नेशनल डेस्क: कृषि सुधार कानूनों के विरोध और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी मान्यता देने की मांग को लेकर बारिश में भी किसानों का आंदोलन जारी है। सोमवार को सरकार और किसानों के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। वहीं किसान 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने वाले हैं. इसमें हरियाणा के गांवों से किसानों की बेटियां भी शामिल होंगी। 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर ट्रैक्टर परेड करने के लिए हरियाणा के जींद में किसान महिलाओं को ट्रैक्टर-ट्रॉलियां चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
इन दिनों जींद-पटियाला नेशनल हाइवे के खट्टर टोल प्लाजा के पास इन महिलाओं को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर ट्रेनिंग लेते देखा जा सकता है। संकरी गलियों से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर कैसे निकलना है यह भी महिलाओं को सिखाया जा रहा है। ट्रेनिंग ले रही महिलाओं का कहना है कि वो 26 जनवरी को खुद ट्रैक्टर-ट्रॉलियां चलाकर राजपथ पर परेड में हिस्सा लेंगी। महिलाओं का कहना है कि हम खुद अपने ट्रैक्टरों को लाल किले तक ले जाएंगीं, यह एक ऐतिहासिक घटना होगी।
सरकार और किसानों की नहीं बनी बात
सरकार ने साफ कर दिया है कि कृषि कानून वापिस नहीं लिया जाएगा, तो वहीं किसान भी अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं। किसानों की और सरकार की अगली बैठक अब 8 जनवरी को होगी। सरकार का कहना है कि कृषि कानून से किसानों को फायदा ही होगा।