Edited By Yaspal,Updated: 27 May, 2018 07:26 PM
महाराष्ट्र के किसानों ने अपनी समस्याओं के निराकरण में राज्य सरकार की विफलता को लेकर एक जून से आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र के किसानों ने अपनी समस्याओं के निराकरण में राज्य सरकार की विफलता को लेकर एक जून से आंदोलन करने का निर्णय लिया है। किसान क्रांति जन आंदोलन की सदस्य अधिवक्ता कुसुम सावंत ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों की समस्याओ को लेकर गंभीर नहीं है, जिसके कारण समूचे राज्य के किसान एक जून से 10 जून तक आंदोलन करेंगे तथा 10 जून को‘भारत बंद’किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि जिस भी राजनीतक दल के नेता आंदोलन का समर्थन नहीं करेंगे, उन्हें 10 जून तक गांवों में घुसने नहीं दिया जायेगा। इस आंदोलन में किसी भी रानजीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओ का समर्थन नहीं लिया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ कर दिया की आंदोलन के समय तक गांवों में किसी भी राजनीतिक पार्टी के व्यक्तियों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
किसानों की प्रमुख मांगो में कृषि शोधकर्ताओं की मदद से वस्तुओं के आयात-निर्यात की नीतियां निर्धारित करने और जैविक खेती के लिए किसानों को प्रति वर्ष 8,000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से देने तथा अधिकतम समर्थन मूल्य घोषित करने जैसी मांगे शामिल है।