Edited By vasudha,Updated: 05 Dec, 2020 05:00 PM
केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के साथ चल रही वार्ता के दौरान सरकार ने संशोधन का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। सूत्रों के माध्यम से यह बात सामने आई है कि किसान नेता आज की बैठक में भी कृषि कानूनों...
नेशनल डेस्क: केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के साथ चल रही वार्ता के दौरान सरकार ने संशोधन का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। सूत्रों के माध्यम से यह बात सामने आई है कि किसान नेता आज की बैठक में भी कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर कायम रहे। उन्होंने कहा कि हम सरकार से चर्चा नहीं, ठोस जवाब चाहते हैं वो भी लिखित में। अब तक बहुत चर्चा हो चुकी है।
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सरकार सौहार्दपूर्ण बातचीत के लिए प्रतिबद्ध: तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान संगठनों से कहा कि सरकार सौहार्दपूर्ण बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है। सूत्रों के अनुसार 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पांचवें दौर की वार्ता में अपने प्रारंभिक वक्तव्य में तोमर ने नये कृषि कानूनों पर प्रतिक्रिया का स्वागत भी किया। वहीं केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने किसान नेताओं से कहा कि सरकार पंजाब की भावनाओं को समझती है और उनकी चिंताओं का समाधान करने के लिए तैयार है। सोम प्रकाश पंजाब से सांसद हैं।
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हम किसानों की भावनाओं को नहीं करना चाहते आहत: तोमर
सरकार और प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के बीच बातचीत यहां विज्ञान भवन में अपराह्न करीब 2.30 बजे शुरू हुई। तोमर समेत तीन केंद्रीय मंत्री इस समय किसान नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। रेल, वाणिज्य और खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश भी बैठक में मौजूद हैं। सूत्रों के अनुसार केंद्र की ओर से वार्ता की अगुवाई कर रहे तोमर ने अपने आरंभिक वक्तव्य में कहा कि सरकार किसान नेताओं के साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है और किसानों की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती। कृषि मंत्री ने तीनों नये कृषि कानूनों पर प्रतिक्रियाओं का स्वागत किया।