Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Dec, 2021 03:05 PM
एक साल से जारी किसान आंदोलन गुरुवार को आखिरकार खत्म हो गया। संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन की समाप्ति का ऐलान किया। इससे पहले मोर्चा ने लंबी बैठक की, जिसके बाद घर वापसी पर फैसला लिया गया। आंदोलन खत्म के साथ ही किसानों ने मोदी सरकार को चेतावनी दी
नेशनल डेस्क: एक साल से जारी किसान आंदोलन गुरुवार को आखिरकार खत्म हो गया। संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन की समाप्ति का ऐलान किया। इससे पहले मोर्चा ने लंबी बैठक की, जिसके बाद घर वापसी पर फैसला लिया गया। आंदोलन खत्म के साथ ही किसानों ने मोदी सरकार को चेतावनी दी कि अगर हमारे साथ किए गए वादे पूरे नहीं किए गए तो आंदोलन फिर से शुरू होगा।
बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें किसान नेता बलवीर राजेवाल ने कहा कि हम सरकार को झुकाकर वापस जा रहे हैं। यह किसानों की फतेह है। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को किसान मोर्चा की फिर बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। किसान वापसी के ऐलान के बाद 11 दिसंबर से दिल्ली बॉर्डर से किसान लौटेंगे जबकि 15 दिसंबर को पंजाब से आंदोलन खत्म करेंगे। इसी के साथ किसान संगठन ने कहा कि 13 दिसंबर को किसान नेता अमृतसर में श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होंगे। राजेवाल ने कहा किसान आंदोलन को स्थगित किया गया है और हर महीने एसकेएम की बैठक होगी। अगर सरकार दाएं-बाएं होती हैं तो फिर से आंदोलन करने का फैसला लिया जा सकता है।