Edited By rajesh kumar,Updated: 14 Dec, 2019 05:02 PM
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अभी तीन महीने और हिरासत में रहेंगे। उनकी पीएसए की अवधि तीन महीने और बढ़ दी गई है। फाऱूक अब्दुल्ला 17 सितंबर से पीएसए के तहत अपने ही घर में नजरबंद हैं...
जम्मू: जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अभी तीन महीने और हिरासत में रहेंगे। उनकी पीएसए की अवधि तीन महीने और बढ़ा दी गई है। फाऱूक अब्दुल्ला 17 सितंबर से पीएसए के तहत अपने ही घर में नजरबंद हैं।
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य में तीन बार मुख्यमंत्री रहे फारुक अब्दुल्ला की हिरासत अवधि शनिवार को तीन महीने के लिए और बढ़ा दी गई और वह उपकारागार में परिवर्तित अपने घर में रहेंगे। अब्दुल्ला पांच बार सांसद रहे हैं। केंद्र ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा हटाने और उसके विभाजन की घोषणा की थी और उसी दिन से वह हिरासत में हैं।
नेशनल कांफ्रेस (नेकां) के नेता पर सख्त जन सुरक्षा कानून (पीएसए) पहली बार 17 सितंबर को लगाया गया था। जिसके कुछ ही घंटे बाद एमडीएमके नेता वाइको की एक याचिका पर उच्चतम न्यायालय सुनवाई करने वाला था। याचिका में वाइको ने आरोप लगाया था कि नेकां नेता को गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि नेकां अध्यक्ष पर पीएसए के ‘सरकारी आदेश' के तहत मामला दर्ज किया गया है जो किसी व्यक्ति को बगैर सुनवाई के तीन से छह महीने तक जेल में रखने की इजाजत देता है।
गौरतलब है कि 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से केंद्र सरकार ने पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को नजरबंद किया है।