Edited By vasudha,Updated: 27 Nov, 2018 02:28 PM
अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवादित जमीन ढांचे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सुनवाई टलने के बाद इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। वहीं, इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने राम मंदिर बनाने पर सवाल खड़े किए...
नेशनल डेस्क: अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवादित जमीन ढांचे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सुनवाई टालने के बाद इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। वहीं, इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने राम मंदिर बनाने पर सवाल खड़े किए।
राम को क्यों किया जा रहा है बंद
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब भगवान राम पूरे विश्व के और सर्वव्यापी हैं तो फिर अयोध्या में ही राम उन्हे क्यों बंद किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की किताब के विमोचन समारोह में कहा कि ये लोग राम को पहचानते ही नहीं हैं। पूर्व सीएम ने कहा कि वो इस मामले में कोर्ट का आदेश मानेंगे। उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर आरोप लगाया कि वो लोकतंत्र में सुप्रीम कोर्ट को दरकिनार करना चाहते हैं।
भाषण में मां-बाप को लाना एक पीएम का स्तर नहीं
इसी बीच, फारूक अब्दुल्ला ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आलोचना करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए क्या किया। अगर हम यहां बैठे हैं तो यह उनके कारण है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि इस देश के प्रधानमंत्री के रूप में मोदी को बड़ा सोचना चाहिए।
वाजपेयी को देना चाहिए था भारत रत्न
यही नहीं, अब्दुल्ला ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न नहीं देने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे बताया था कि जब उन्होंने अपनी पहली स्पीच दी थी, तब नेहरू उनके पास आए और उनसे कहा कि अटल आप एक दिन प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे। वे आरएसएस के बैकग्राउंड से आते थे और उन्हें यकीन हो गया था कि यह देश एक से नहीं, बल्कि सभी से बनेगा। साथ ही जिन्होंने पूर्व में देश को बनाया, उन्हें भी भूलना नहीं चाहिए।